तक्षशिला विश्वविद्यालय में राजनीति शास्त्र के आचार्य, आचार्य चाणक्य की बाते आज भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी उनके अपने वक्त में थी। एक सफल जिंदगी जीने के लिए आचार्य चाणक्य की बातें बेहद जरूरी होती हैं। आइए जानते हैं उन्होंने अपनी नीतियों में किस तरह के लोगों को खतरनाक बनाता है, जिनसे कभी नहीं दोस्ती करने चाहिए।
‘जो सही रास्ता ना दिखाए वो दोस्ती दुश्मनी से भी खतरनाक होती है।’ आचार्य चाणक्य
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अपनी नीतियों के जरिए आचार्य चाणक्य ने इस कथन में यह स्पष्ट कर दिया है कि किस तरह की दोस्ती सबसे ज्यादा खतरनाक होती है। ऐसा कहा गया है कि अगर आपका दोस्त आपको सही रास्ता नहीं दिखा रहा है तो वो आपके किसी दुश्मन से कम नहीं है।
हम हमेशा दोस्ती पर भरोसा करते हैं। आपको उस पर ये विश्वास होता है कि अगर आप कुछ गलत करेंगे या फिर करने की सोच रहे होंगे तो वो आपको सही रास्ता दिखाएगा। लेकिन अगर आपका दोस्त ऐसा नहीं करता है करता तो वह दुश्मन से कम नहीं है। आचार्य चाणक्य ऐसे लोगों का आस्तीन के सांप के समान मानते हैं।
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परेशानियों में आपका दोस्त ही होता है जो आपको सही रास्ता दिखाता है। वो आपको बताता है कि आपको ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए। लेकिन अगर आपका दोस्त सब कुछ जानते हुए भी इस मौके का फायदा उठाए तो ऐसे लोगों से दूरी बना लेनी चाहिए। यहां तक की ऐसे लोग दुश्मन से भी ज्यादा खतरनाक होते हैं। इसी वजह से आचार्य चाणक्य ने कहा है कि जो सही रास्ता ना दिखाए वो दोस्ती दुश्मनी से भी खतरनाक होती है।