Black Turmeric Benefits: आपने अब तक पीली हल्दी (Turmeric) के बारे में ही सुना और इस्तेमाल किया होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि काली हल्दी भी होती है. जी हां, काली हल्दी (Black turmeric) का इस्तेमाल बहुत कम लोग ही करते हैं, लेकिन इसके फायदे बेजोड़ होते हैं. शायद, इस हल्दी के बारे में बहुत कम लोगों को ही जानकारी हो. काली हल्दी का वैज्ञानिक नाम Curcuma caesia है. इसे अंग्रेजी में ब्लैक करक्युमा भी कहते हैं. इस हल्दी (Kali Haldi) की उत्पत्ति उत्तर-पूर्व और मध्य भारत है. इसका रंग डार्क ब्राउन, नीला काला (bluish black) होता है. काली हल्दी का स्वाद कड़वा, तीखा, मिट्टीनुमा, गर्म स्वाद वाला होता है. आइए जानते हैं काली हल्दी के फायदों (Health bnefits of black turmeric) के बारे में यहां.
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काली हल्दी के सेहत लाभ
हेल्थबेनेफिट्सटाइम्स डॉट कॉम में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, काली हल्दी एक बेहद ही स्वास्थ्यवर्धक जड़ी-बूटी है, जिसका इस्तेमाल कई औषधीय उपचार में किया जाता है. यह भारत सहित दक्षिण पूर्व एशिया के बाजारों में ताजी या सूखी बेची जाती है. इसमें कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं, साथ ही एंटीऑक्सीडेंट भी होता है. दांत दर्द में सबसे ज्यादा काली हल्दी (Kali Haldi ke fayde) का उपयोग किया जाता है.
फेफड़ों से संबंधित रोगों को करे दूर
फेफड़ों से संबंधित रोग जैसे अस्थमा, ब्रोनकाइटिस, निमोनिया आदि के इलाज में काली हल्दी का इस्तेमाल काफी किया जाता है और यह लाभ भी पहुंचाती है. काली हल्दी में मौजूद करक्युमिन और अन्य कम्पाउंड्स फेफड़ों के उपचार के दौरान पारंपरिक दवाओं के साथ-साथ प्रतिरक्षा प्रणाली की अच्छी कोशिकाओं पर हस्तक्षेप नहीं करते हैं.
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ल्यूकोडर्मा में फायदेमंद
जिन लोगों को त्वचा संबंधित समस्या ल्यूकोडर्मा है, वे प्रभावित त्वचा पर काली हल्दी लगा सकते हैं. बाजार में रेडीमेड लोशन भी उपलब्ध हैं.
बेहतरीन दर्द निवारक
काली हल्दी के सेवन से शरीर में होने वाले कई तरह के दर्द कम होते हैं. दांत दर्द, रैशेज, पेट दर्द, ऑस्टियोअर्थराइटिस की समस्या को करती है कम. हालांकि, इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए. हो सके तो किसी एक्सपर्ट से इसकी सही मात्रा लेने के बारे में पूछ लें.
कैंसर के जोखिम को करे कम
यह वैज्ञानिक रूप से सिद्ध हो चुका है कि काली हल्दी में मौजूद करक्युमिन कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने में मदद कर सकता है. यह भी सिद्ध हो चुका है कि करक्युमिन शरीर के अंगों में पूर्व-कैंसर संबंधी परिवर्तनों को संशोधित करते हैं. एंटी-कैंसर उपचार में काली हल्दी का सेवन करने से कोई साइड एफेक्ट नजर नहीं आते हैं.
कोलाइटिस करे ठीक
बड़ी आंत का प्रदाह या कोलाइटिस होने पर काली हल्दी के सेवन से इस समस्या को काफी हद तक दूर किया जा सकता है. आप खाना खाने के बाद दिन में दो बार काली हल्दी का सप्लिमेंट्स ले सकते हैं. यह बृहदांत्रशोथ (Colitis) से राहत देगा और पाचन प्रणाली को भी दुरुस्त रखेगा.
वजन करे कंट्रोल
काली हल्दी शरीर में डायटरी फैट के टूटने में मदद करती है. यदि आप वजन कम करना चाहते हैं, तो काली हल्दी का सेवन प्रतिदिन सीमित मात्रा में करें. यह पाचन शक्ति को बेहतर बनाती है. प्रभावी पित्त के निर्माण से पाचन में सहायता करती है और लिवर डिजीज से बचाए रखती है. यह शरीर में इंसुलिन प्रतिरोध के विकास के जोखिम को भी कम करती है.
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