वहीं, दुनिया की दूसरी सबसे पॉपुलर करेंसी ईथर (Ether) ने इस हफ्ते की शुरुआत 1.07 फीसदी की बढ़त के साथ की है। Gadgets 360 के क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, इसकी ट्रेडिंग वैल्यू 3,625 डॉलर (लगभग 2.75 लाख रुपये) है। (बिटकॉइन के प्राइस)
ग्लोबल लेवल पर भी यह क्रिप्टोकरेंसी फायदे में रही है। उदाहरण के लिए- कॉइनबेस के अनुसार ETH ने 0.74 प्रतिशत का लाभ देखा है। खबर लिखे जाने तक ईथर की इंटरनेशनल ट्रेडिंग वैल्यू लगभग 3,498 डॉलर ( 2.65 लाख रुपये) है।
Binance Coin, Ripple, Cardano, Polkadot और Cosmos वो क्रिप्टोकरेंसी हैं, जिनमें मामूली बढ़त देखी गई है।
मीमकॉइंस के रूप में चर्चित Shiba Inu और Dogecoin ने भी थोड़ा प्रॉफिट दर्ज किया है।
हालांकि कई पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी आज फायदा नहीं देख पाईं। Avalanche, Binance USD, Tether और USD Coin को नुकसान देखना पड़ा है। Solana, Terra, Polygon और Uniswap की कीमतों में भी गिरावट आई है। इन क्रिप्टोकरेंसी को हुआ नुकसान बहुत कम है, फिर भी प्राइस चार्ट में यह लाल रंग में ही नजर आ रही हैं।
क्रिप्टो सेक्टर को लेकर दुनियाभर के देशों में रेगुलेटरी फ्रेमवर्क तैयार हो रहा है। विश्लेषकों का मानना है कि जैसे-जैसे ज्यादा देश क्रिप्टो सेक्टर को रेगुलेट करेंगे, इसकी अस्थिरता उतनी ही कम होगी। क्रिप्टो पर भारत का टैक्स कानून भी 1 अप्रैल से लागू हो गया है। इंडोनेशिया मई महीने से क्रिप्टो परिसंपत्तियों पर वैल्यू ऐडेड टैक्स और इनकम टैक्स लगाने की तैयारी कर रहा है। यूरोपीय यूनियन (EU) क्रिप्टो कानूनों को तैयार करने की प्रक्रिया में है।
किर्गिस्तान जैसे देशों में भी क्रिप्टोकरेंसी पर चर्चा शुरू हो गई है। वहां सांसदों ने क्रिप्टोकरेंसी के समर्थन में तर्क दिया है। CoinMarketCap के अनुसार, मौजूदा वक्त में क्रिप्टो इंडस्ट्री का कुल मार्केट कैप 2.15 ट्रिलियन डॉलर (लगभग 1,63,03,113 करोड़ रुपये) है। यही आंकड़ा 31 मार्च को 2.14 ट्रिलियन डॉलर (करीब 1,62,77,490 करोड़ रुपये) था।