क्रिप्टो मार्केट के अस्थिर नेचर को देखते हुए बिजनेसेज ने Bitcoin जैसे बड़े क्रिप्टो को अन्य स्थिर कॉइंस के साथ रिप्लेस करना शुरू कर दिया है, खासतौर पर क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट्स के लिए। स्टेबलकॉइन, क्रिप्टोकरेंसी की एक कैटिगरी है, जो कीमतों में स्थिरता देने की कोशिश करती है।
वहीं, Dogecoin और Shiba Inu जैसी मीम-कॉइन ने भी पिछले साल के मुकाबले समर्थन हासिल किया है। टेस्ला और AMC थिएटर्स जैसी कंपनियों ने इन कॉइंस को पेमेंट ऑप्शन के रूप में शामिल किया है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट की तरह ही क्रिप्टो इंडस्ट्री के एक्सपर्ट ने भी साल 2022 में बिटकॉइन को लेकर भविष्यवाणियां की हैं।
भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज CoinDCX की रिसर्च टीम ने हाल ही में बताया था कि रिटेल इन्वेस्टर्स के बीच altcoins जगह बना रही हैं। इससे 2022 में हम बाकी डिजिटल असेट्स को भी बिटकॉइन को चुनौती देते हुए देख सकते हैं।
एक रिपोर्ट में भी कहा गया है कि बिटकॉइन के निवेशक इस कॉइन को खर्च करने के बजाए जमा करने में अधिक दिलचस्पी रखते हैं। ऐसे में पेमेंट ऑप्शन के रूप में altcoins का आगे बढ़ना स्वाभाविक लगता है। जाहिर तौर पर बिटकॉइन होल्डर्स आने वाले दिनों में अपने होल्डिंग्स पर बड़े रिटर्न की उम्मीद कर रहे हैं।
वैसे इस साल की शुरुआत बिटकॉइन के लिए बहुत अच्छी नहीं रही है। वर्तमान में, एक बिटकॉइन 45,395 डॉलर (लगभग 33.7 लाख रुपये) पर कारोबार कर रही है। पिछले साल दूसरी छमाही में यह 68,000 डॉलर (करीब 50.5 लाख रुपये) के अपने हाई मार्क पर जा पहुंची थी।