Ayurvedic treatment for sinus: सर्दी के मौसम में अधिकतर लोगों को साइनस की समस्या का सामना करना पड़ता है. इसे आयुर्वेद में प्रतिश्याय नाम से जाना जाता है. आयुर्वेदाचार्य कहते हैं कि सिर दर्द, नाक बंद होना, नाक से पानी बहना, हल्का बुखार और आधे सिर में तेज दर्द उठना साइनस के लक्षण होते हैं. कई बार साइनस की समस्या होने पर चेहरे पर सूजन भी आ जाती है.
क्या है साइनस की समस्या ? (Ayurvedic treatment for sinus)
साइनस नाक का एक रोग है. इसमें रोगी के नाक और गले में कफ जमा हो जाता है. साइनस अस्थमा का भी कारण बन सकता है. यह अन्य रोगों को भी पैदा करता है. साइनस में नाक के अंदर की हड्डी बढ़ और तिरछी हो जाती है, इसकी वजह से सांस लेने में रूकावट पैदा होती है. लिहाजा सिर, माथे में दर्द होने लगता है.
साइनस की समस्या से राहत दिलाने वाली चीजें (Ayurvedic treatment for sinus)
1. अदरक
देश के मशहूर आयुर्वेदिक डॉक्टर अबरार मुल्तानी कहते हैं कि अदरक की मदद से साइनस की समस्या को दूर करने में मदद मिल सकती है. अदरक में दर्द निवारक, वायुनाशी, पाचक और स्लाइवा स्त्राव को बढ़ाने वाले गुण होते हैं. आयुर्वेद में कफ रोगों का इलाज करने के लिए अदरक का उपयोग किया जाता है.
इस तरह करें अदरक का सेवन
आप एक गिलास पानी में अदरक के 2-3 स्लाइस उबाल लें और इस पानी को छानकर पी सकते हैं. इससे आपको काफी आराम मिलेगा. हालांकि इस बात का ख्याल रखें कि डॉक्टर की देखरेख में ही आप इसका सेवन करें.
2. तुलसी
आयुर्वेदिक डॉक्टर अबरार मुल्तानी के अनुसार, तुलसी में गाढ़े बलगम को निकालने, कफ निस्सारक और रोगाणुरोधक गुण मौजूद होते हैं. तुलसी शरीर से कफ को निकालकर अस्थमा, एलर्जिक और साइनस की बीमारी को ठीक करती है. एक्सपर्ट्स भी कहते हैं कि श्वसन मार्ग से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए तुलसी का उपयोग लाभकारी होता है.
इस तरह करें सेवन
तुलसी और अदरक का काढ़ा साइनस के रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है. इसके लिए एक गिलास पानी में तुलसी के पत्ते, काली मिर्च, अदरक और मिश्री डालें. इसे अच्छी तरह से उबलने दें. इसके बाद इसे छानकर पी लें.
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.
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