ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरा एशेज टेस्ट जीतकर 5 मैच की सीरीज में 3-0 की अजेय बढ़त बना ली है। मेजबानों ने यह मैच एक इनिंग और 14 रनों से जीता। कंगारुओं की इस जीत के हीरो डेब्यूटन स्कॉट बोलैंड रहे जिन्होंने दूसरी पारी में 6 विकेट चटकाए। इस लाजवाब प्रदर्शन के बाद बोलैंड ने कहा कि यह एक सपना सच होने जैसा है क्योंकि इसके बारे में उन्होंने कभी सोचा ही नहीं था। बता दें, स्कॉट बोलैंड ने 32 साल की उम्र में डेब्यू किया है।
सेन रेडियो के अुनसार, 144 सालों में बोलैंड (6/7) द्वारा किए गए एमसीजी पर एक डेब्यू खिलाड़ी के रूप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है और अधिक विकेट लेने वाले एकमात्र खिलाड़ी टॉम केंडल हैं, जिन्होंने 1877 में 7/55 रिकॉर्ड विकेट अपने नाम किए थे।
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इस पर बोलैंड ने कहा, “यह एक सपने के सच होने जैसा है, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया को पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 3-0 की अजेय बढ़त दिलाने में मदद की। साथ ही कहा कि मैंने नहीं सोचा था कि ऐसा कभी होगा। मैं वास्तव में भाग्यशाली हूं।”
विक्टोरिया के कोच रोजर्स ने कहा कि उन्हें इस साल की शुरुआत में राष्ट्रीय चयनकर्ता जॉर्ज बेली से बोलैंड के लिए उत्साहजनक शब्द सुनने को मिले थे।
रोजर्स ने याद करते हुए कहा, “मेरी जॉर्ज बेली से उनको लेकर बातचीत हुई थी, उन्होंने बोलैंड को लेकर कहा था कि उन्हें शानदार मौका मिल रहा है।”
तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड के चोटिल होने के बाद उनकी जगह पर बोलैंड को तीसरे टेस्ट के लिए चुना गया था।
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बोलैंड ने कहा, मैंने सिर्फ इसे एक मौके की तरह लिया है और कभी सोचा नहीं था कि टीम में खेलूंगा।”
उन्होंने आगे कहा, “जब हेजलवुड चोटिल हुए तो वास्तव में मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे यह अवसर मिलेगा।”
बोलैंड को लगता है कि उनका टेस्ट डेब्यू घरेलू क्रिकेट में उनके प्रयासों का परिणाम है, क्योंकि उन्होंने पिछले दो शेफील्ड शील्ड सीजन में 45 विकेट लिए थे।
1996 से 2006 के बीच 71 टेस्ट खेलने वाले तेज गेंदबाज जेसन गिलेस्पी के बाद बोलैंड दूसरे आदिवासी खिलाड़ी हैं।
(With IANS Inputs)