दो सोर्सेज ने रॉयटर्स को बताया कि शनिवार देर रात एमेजॉन ने देश के नेशनल कंपनी लॉ अपीलेेट ट्राइब्यूनल में CCI के सस्पेंशन के फैसले के खिलाफ अपील दायर की है। इसके अलावा, दो सोर्सेज ने यह भी बताया है कि एमेजॉन ने दिल्ली की अदालत के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में भी एक चुनौती दायर की है। गौरतलब है कि पिछले हफ्ते कोर्ट ने फ्यूचर और एमेजॉन के बीच मध्यस्थता की कार्यवाही पर 1 फरवरी तक रोक लगा दी है। एमेजॉन और CCI ने इस मामले में मांगे गए कमेंट की रिक्वेस्ट का तुरंत जवाब नहीं दिया।
एमेजॉन की ओर से की गई ताजा अपील इस कानूनी विवाद का नया पहलू है। इसे भारत के तेजी से बढ़ते कंस्यूमर मार्केट में रिटेल वर्चस्व की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें एमेजॉन, फ्यूचर और रिलायंस उलझे हुए हैं।
भारत के सबसे अमीर लोगों में से एक मुकेश अंबानी की रिलायंस कर्ज में डूबी फ्यूचर का अधिग्रहण करना चाहती है। कंपनी इसके जरिए रिटेल मार्केट में खुद का विस्तार करना चाहती है, लेकिन एमेजॉन इसमें रुकावट है। एमेजॉन ने फ्यूचर में निवेश करने के लिए डील की थी। उसका मानना है कि रिलायंस की संगठित स्थिति ‘भारतीय रिटेल मार्केट में प्रतिस्पर्धा को प्रतिबंधित करेगी।’ एमेजॉन का तर्क रहा है कि फ्यूचर ने रिलायंस को रिटेल असेट्स बेचने का फैसला लेते हुए 2019 की डील की शर्तों का उल्लंघन किया है। यह डील एमेजॉन और फ्यूचर के बीच हुई थी।
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