बीमारी के मारे, ये सितारे/सुरेंद्र अग्रवाल: नुसरत फतेह अली खान के आफरीन-आफरीन गाने में दिखी लीसा रे (Afreen Afreen song actress Lisa Ray) की खूबसूरती ने भारत में आग लगा दी थी और वह रातोंरात फेमस हो गई थी. हालांकि, लीसा रे इस गाने में आने से पहले भी एक सक्सेसफुल मॉडल थी, जिसने सिर्फ 16 साल की उम्र में ही कई बड़ी मैगजीन के फ्रंट पर जगह बना ली थी. मगर फिर अचानक उन्हें मल्टीपल मायलोमा बीमारी हो गई, जिसने एक झटके में उनकी जिंदगी से एक्टिंग, मॉडलिंग और सक्सेस छीन ली. मगर एक्ट्रेस व मॉडल लीसा रे एक फाइटर हैं, जिसने इस खतरनाक बीमारी को हराकर एक बार फिर वापसी की.
आइए जानते हैं कि मल्टीपल मायलोमा बीमारी क्या है और इसका ब्लड कैंसर से क्या रिश्ता है?
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Lisa Ray suffered Multiple Myeloma: मल्टीपल मायलोमा क्या है?
2009 के टोरंटो फिल्म फेस्टिवल के दौरान लीसा रे ने खुलासा किया था कि वह मल्टीपल मायलोमा नाम की बीमारी से गुजर रही हैं. दरअसल, मल्टीपल मायलोमा खून के कैंसर का एक प्रकार है. जो कि सफेद रक्त कोशिका यानी व्हाइट ब्लड सेल्स के एक प्रकार प्लाज्मा सेल्स में विकसित होता है. हेल्दी प्लाज्मा सेल्स संक्रमणों के खिलाफ लड़ने वाली एंटीबॉडीज का निर्माण करती हैं.
जब बोन मैरो के अंदर मौजूद प्लाज्मा सेल्स में कुछ कोशिकाएं कैंसरीकृत हो जाती हैं और वह तेजी से बढ़ने लगती हैं, तो मल्टीपल मायलोमा कैंसर बनता है. यह कैंसरीकृत प्लाज्मा सेल्स एंटीबॉडीज बनाने की जगह असामान्य प्रोटीन बनाने लगती हैं, जो शरीर में दिक्कतें पैदा करने लगता है.
Multiple Myeloma Symptoms: मल्टीपल मायलोमा के लक्षण
मायोक्लीनिक के मुताबिक, मल्टीपल मायलोमा की शुरुआती स्टेज में लक्षण नहीं दिखते हैं. हालांकि, कैंसर के गंभीर होने पर निम्नलिखित लक्षण दिख सकते हैं. जैसे-
- हड्डियों में दर्द होना, खासतौर से आपकी छाती व रीढ़ की हड्डी में
- जी मिचलाना
- कब्ज रहना
- भूख ना लगना
- भ्रम की स्थिति
- थकावट रहना
- बार-बार इंफेक्शन होना
- अचानक वजन घटना
- कमजोरी व पैरों में सुन्नपन
- अत्यधिक प्यास लगना, आदि
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Treatment of Multiple Myeloma Cancer: मल्टीपल मायलोमा का इलाज
मायोक्लीनिक कहता है कि मल्टीपल मायलोमा नाम के ब्लड कैंसर का इलाज करने के लिए डॉक्टर निम्नलिखित तरीके अपना सकता है.
- कैंसर सेल्स को ब्लॉक करने के लिए टार्गेटेड थेरेपी
- इम्युनोथेरेपी में इम्यून सिस्टम द्वारा कैंसरीकृत सेल्स को खत्म करना
- कैंसरीकृत प्लाज्मा सेल्स को खत्म करने के लिए कीमोथेरेपी
- कोर्टिस्टेरॉइड दवाओं का सेवन
- बोन मैरो ट्रांसप्लांट
- रेडिएशन थेरेपी, आदि
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.