Risk of abortion: मां बनना हर महिला का सपना व अधिकार होता है. लेकिन कई बार सामाजिक, नैतिक, आर्थिक या स्वास्थ्य समस्याओं के कारण महिला को अबॉर्शन यानी गर्भपात का विकल्प चुनना पड़ सकता है. अबॉर्शन काफी जटिल प्रक्रिया है, जिससे कुछ बड़े खतरे भी जुड़े हुए हैं. अबॉर्शन (गर्भपात) के कारण महिला को कुछ खतरनाक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. जिसमें हमेशा के लिए मां बनने का सुख छिन जाना भी शामिल है.
मगर अबॉर्शन के खतरे जानने से पहले यह बात जरूर जान लें कि अबॉर्शन का विकल्प चुनना सिर्फ और सिर्फ गर्भवती महिला का अधिकार है या फिर कुछ विशेष स्थितियों में डॉक्टर इसकी सलाह दे सकता है. इसके अलावा, कोई भी व्यक्ति महिला को अबॉर्शन करवाने के लिए विवश नहीं कर सकता है.
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Risk of Abortion: अबॉर्शन (गर्भपात) के बड़े खतरे
Louisiana के सरकारी स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, गर्भावस्था की पहली तिमाही (प्रेग्नेंसी के फर्स्ट ट्राइमेस्टर) में अबॉर्शन को माइनर सर्जरी कहा जाता है. लेकिन, जैसे-जैसे गर्भावस्था की अवधि बढ़ती है, वैसे-वैसे उस दौरान अबॉर्शन (गर्भपात) करने के बाद होने वाले खतरे भी बढ़ते जाते हैं. जैसे-
इनफर्टिलिटी- हमेशा के लिए मां बनने का सुख छिनना
अबॉर्शन यानी गर्भपात के कारण महिला दोबारा गर्भधारण या गर्भवती होने से वंचित हो सकती है. हालांकि, ऐसा सिर्फ दुर्लभ मामलों में इंफेक्शन या गंभीर समस्या के कारण देखा जाता है. लेकिन, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि अबॉर्शन का यह एक बड़ा खतरा है.
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अबॉर्शन के अन्य खतरे
1. पेल्विक इंफेक्शन: अबॉर्शन के कारण सर्विक्स या वजायना के बैक्टीरिया गर्भाशय के अंदर प्रवेश कर सकते हैं और पेल्विक इंफेक्शन का कारण बन सकते हैं.
2. अधूरा गर्भपात: अबॉर्शन के दौरान भ्रूण या प्रेग्नेंसी का कुछ हिस्सा गर्भ के अंदर रह सकता है. जिसके कारण दोबारा अबॉर्शन करने की जरूरत पड़ सकती है. यह इंफेक्शन या ब्लीडिंग का कारण भी बन सकता है.
3. गर्भाशय में ब्लड क्लॉट: अबॉर्शन का खतरा यह भी हो सकता है कि प्रोसेस के दौरान गर्भाशय में कुछ ब्लड क्लॉट रह जाए और क्रैंप की समस्या पैदा करें.
अबॉर्शन के इन खतरों के अलावा कुछ अन्य खतरे भी हो सकते हैं. जैसे-
- हैवी ब्लीडिंग होना
- अबॉर्शन के दौरान सर्विक्स का कट या फट जाना
- गर्भाशय की दीवार में छेद होना, आदि
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.