नई दिल्ली . सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक कंपनी लिमिटेड 2018 के बाद से अब तक का अपना सबसे अधिक तिमाही मुनाफा दर्ज कर सकती है. मुनाफे का मुख्य कारण मेमोरी चिप्स की बढ़ती मांग के कारण उसकी कीमतों में स्थिरता को माना जा रहा है.
13 विश्लेषकों के रेफिनिटिव स्मार्ट एस्टिमेट के अनुसार, दुनिया की सबसे बड़ी स्मार्टफोन व मेमोरी चिप निर्माता मार्च में खत्म हुई तिमाही में 10.9 अरब डॉलर (13.3 ट्रिलियन वॉन) का परिचालन लाभ (ऑपरेटिंग प्रॉफिट) दर्ज कर सकती है. यह 2018 की पहली तिमाही में दर्ज 9.38 ट्रिलियन वॉन के मुनाफे से 41 फीसदी अधिक है. सैमसंग गुरुवार को शुरुआती आंकड़े पेश करेगी.
चिप बिजनेस का मुनाफा दोगुना
सैमसंग का मेमोरी चिप से होने वाला लाभ 7.6 ट्रिलियन वॉन (6.26 अरब डॉलर) तक पहुंचने की उम्मीद है जो पिछले साल के 3.37 ट्रिलियन वॉन (2.77 अरब डॉलर) के दोगुने से अधिक है. कंपनी के कुल मुनाफे का करीब आधा हिस्सा चिप बिजनेस से आता है. विश्लेषकों का कहना है कि चिप की कीमतों ने अनुमान से अधिक बेहतर प्रदर्शन किया. उनके अनुसार, जिस तरह से कंपनियों ने चिप की समस्या से निपटने के लिए पहले ही स्टॉक भर कर रख लिए थे ऐसे में इनकी मांग घटना लाजमी था. हालांकि, मांग के मजबूत बने रहने व समझदारी से किए गए निवेश ने इस क्षेत्र को अच्छा-खासा समर्थन दिया. एनएच इंवेस्टमेंट एंड सिक्योरिटीज के विश्लेषक डो ह्ययू-वू डेटा के अनुसार, सेंटर्स में चिप की मांग बढ़ने, चिप निर्माताओं के संभलकर निवेश करने व उच्चस्तरीय उत्पादों की बिक्री ने चिप की गिरती कीमतों को नियंत्रित कर लिया.
मोबाइल बिजनेस के मुनाफे में कमी
विश्लेषकों के अनुसार, सैमसंग का मोबाइल बिजनेस से होने वाला मुनाफा इस बार पिछली वर्ष की समान तिमाही के मुकाबले थोड़ा रहेगा. इस बार इसके 4.04 ट्रिलियन वॉन (3.32 अरब डॉलर) रहने का अनुमान जबकि पिछली बार यह 4.39 ट्रिलियन वॉन (3.61 अरब डॉलर) था. हालांकि, यह 2017-20 के दौरान समान अवधि में हुए मुनाफे से अधिक होगा.
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रुस-यूक्रेन युद्ध का कम प्रभाव पड़ेगा
हुंडई मोटर्स सिक्योरिटीज के प्रमुख ग्रेग रोह ने कहा है कि सैमसंग ने फरवरी में जो अपना फ्लैगशिप फोन गैलेक्सी S22 लॉन्च किया था इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में उसकी 80 लाख यूनिट बिकने का अनुमान है. रुस के स्मार्टफोन मार्केट में सैमसंग की 30 फीसदी हिस्सेदारी है. हालांकि रोह का कहना है कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण इससे सैमसंग के मुनाफे पर कोई खास असर नहीं होगा. उनका कहना है कि भले ही रूस के मार्केट में सैमसंग की बड़ी हिस्सेदारी हो लेकिन सैमसंग के कुल बिजनेस का केवल 2 फीसदी ही यूक्रेन और रूस से आता है और कंपनी इस घाटे की भरपाई अन्य देशों में बिक्री से कर लेगी.
चिप विनिर्माण कम होने की खबरें और रूस-यूक्रेन युद्ध के पूरी दुनिया में टेक उत्पादों की मांग कमजोर होने की आशंकाओं के बीच सैमसंग के शेयरों में वर्ष-दर-तिथि (वाईटीडी) के आधार पर 12 फीसदी की गिरावट आई है. कंपनी के को-सीईओ ने पिछले महीने शेयरधारकों को संबोधित करते हुए कहा था कि 5 नैनोमीटर वाली चिप का प्रोडक्शन धीरे-धीरे सुधर रहा है.
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