October 2021: शनि वक्री से मार्गी हो चुके हैं. वर्तमान समय में चार ग्रह वक्री हैं. अक्टूबर 2021 में अब दो और महत्वपूर्ण ग्रह वक्री से मार्गी होने जा रहे हैं. ये ग्रह कब वक्री से मार्गी हो रहे हैं आइए जानते हैं.
ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की वक्री और मार्गी चाल को विशेष माना गया है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब कोई ग्रह मार्गी अवस्था में होता है तो ये माना जाता है ये अपनी सीधी चाल से गति कर रहा है, वहीं जब कोई ग्रह वक्री होता है तो ये कहा जाता है ये ग्रह उल्टी चाल चल रहा है. ज्योतिष गणना के अनुसार राहु और केतु हमेशा वक्री चाल में गोचर कर करते हैं. वर्तमान में राहु और केतु को यदि छोड़ दिया जाए तो बुध और गुरु भी वक्री अवस्था में हैं. गुरु मकर राशि में शनि के साथ युति बनाकर भ्रमण कर रहे हैं. वहीं बुध ग्रह कन्या राशि के साथ गोचर कर रहा है.
गुरु और बुध का स्वभाव (Jupiter and Mercury)
ज्योतिष शास्त्र में गुरु को ज्ञान और बुध को बुद्धि का कारक है. वहीं गुरु को प्रशासन, उच्च शिक्षा और उच्च पद का भी कारक माना गया है. इसके साथ ही बुध को गणित, तर्क शास्त्र, गायन, संचार, लेखन, वाणिज्य आदि का कारक बताया गया है.
वक्री ग्रह का प्रभाव (Retrograde Planet October 2021)
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब कोई ग्रह वक्री होता है तो उसकी शुभता में कमी आ जाती है. माना जाता है कि वक्री होने पर ग्रह अपना पूर्ण प्रभाव नहीं दे पाता है, जिस कारण परेशानी और बाधा का भी सामना करना पड़ता है. ये स्थिति जन्म के समय पर ग्रहों की कमजोर और मजबूती स्थिति पर भी निर्भर करता है.
18 अक्टूबर 2021 को गुरु और बुध वक्री से होंगे मार्गी (18 October 2021)
पंचांग के अनुसार 18 अक्टूबर 2021, सोमवार को आश्विन मास की शुक्ल पक्ष त्रयोदशी तिथि को गुरु और बुध मार्गी होंगे. बुध कन्या राशि में मार्गी होंगे, वहीं गुरु मकर राशि में वक्री होंगे. इन दोनों ग्रहों के वक्री होने का प्रभाव मेष से मीन राशि तक के लोगों पर तो पड़ेगा ही साथ ही साथ देश-दुनिया पर भी इसका प्रभाव देखने को मिलेगा. सेहत और धन के मामले में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है.
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