नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान करने के बाद अब कांग्रेस कई अन्य मुद्दों पर सरकार पर हमलावर है। इसी बीच कांग्रेस ने 12 दिसंबर को राजधानी दिल्ली में महंगाई हटाओ रैली का ऐलान कर दिया है। इस रैली का उद्देश्य पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस जैसी मूलभूत सुविधाओं की बढ़ती कीमतों पर सरकार को घेरना है। इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी देश को संबोधित करेंगे।
मोदी सरकार में हर घर का बजट बिगड़ा
बता दें कि देश में बढ़ती महंगाई के खिलाफ कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार को घेरने की रणनीति बना ली है। 29 नवंबर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। ऐसे में कांग्रेस, केंद्र सरकार पर महंगाई को लेकर लगातार दवाब बना रही है। कांग्रेस का कहना है कि मौजूदा सरकार में हुई अभूतपूर्व मूल्य वृद्धि और मुद्रास्फीति ने देश में हर परिवार की कमाई, घरेलू आय और बजट को ध्वस्त कर दिया है।
कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल का कहना है कि मोदी सरकार की लूट रोकने और कमरतोड़ कीमतों को कम करने के लिए एक निर्णायक चेतावनी होगी। इसके लिए हम आगे आए हैं और जब तक मोदी सरकार पीछे नहीं हटती, हम अपना संघर्ष तब तक जारी रखेंगे। इस दौरान उन्होंने कृषि कानूनों का जिक्र भी किया, उन्होंने कहा कि जिस तरह से सरकार को कृषि कानूनों के मुद्दे पर पीछे हटना पड़ा, वैसी ही सरकार को इसके लिए भी फैसला लेना होगा।
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गौरतलब है कि कांग्रेस हमेशा से ही महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस का कहना है कि मोदी सरकार में हर घर का बजट गड़बड़ा गया है। पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतें आम-जन के मुद्दें हैं। जिनका सभी खाद्य पदार्थों और अन्य उपभोग्य वस्तुओं की कीमतों पर भारी प्रभाव पड़ा है। सब कुछ धीरे-धीरे आम आदमी की पहुंच से बाहर होता जा रहा है।