नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट में विराट कोहली और बीसीसीआई (Virat kohli vs BCCI) के बीच कप्तानी को लेकर शुरू हुई लड़ाई अभी पूरी तरह खत्म भी नहीं हुई थी कि अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) नए विवाद में फंस गए हैं. इस बार विवाद की वजह गांगुली का टीम इंडिया की सेलेक्शन मीटिंग में शामिल (Sourav Ganguly Attending Team Meetings) होना है. हालांकि, यह बीसीसीआई के संविधान के खिलाफ है. इसे लेकर मौजूदा सेलेक्शन कमेटी के एक सदस्य ने बड़ी बात कही है. उनके मुताबिक, गांगुली ने कभी टीम सेलेक्शन में दखल नहीं दिया. लेकिन वो बोर्ड अध्यक्ष हैं और उनकी मौजूदगी ही डराने वाली है.
टीम इंडिया की सीनियर सेलेक्शन कमेटी के एक सदस्य ने नाम ना जाहिर करने की शर्त पर इनसाइडस्पोर्ट को बताया, “जो है, वो है. आप अपने बॉस से शिकायत नहीं कर सकते, हैं ना? क्या उन्होंने (गांगुली) ने सेलेक्शन में दखल दिया है? नहीं, उन्होंने कभी ऐसा नहीं किया. हालांकि, हालाँकि, उनकी मात्र उपस्थिति ही डराने वाली होती है. क्योंकि वो बीसीसीआई अध्यक्ष हैं. लेकिन इसके बारे में मैं और अधिक बात नहीं कर सकता हूं.”
आखिर क्यों गांगुली को लेकर दोबारा विवाद खड़ा हो रहा है? टीम सेलेक्शन को लेकर उनका नाम क्यों सामने आ रहा है? क्या है उनके सेलेक्शन मीटिंग में शामिल होने से जुड़ा पूरा मामला.
हाल में ही मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए यह बात सामने आई थी कि सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) सेलेक्शन मीटिंग में जबरदस्ती हिस्सा ले रहे हैं. जबकि उनका इससे कोई लेना-देना नहीं है. इस बारे में जब इनसाइडस्पोर्ट ने मौजूदा बीसीसीआई पदाधिकारियों से बात की तो अलग-अलग जवाब मिले. जहां एक सीनियर अधिकारी ने ऐसी खबरों को बकवास करार दिया, तो वहीं, दूसरे ने इसे सच बताया.
बाद में सेलेक्शन कमेटी के भी एक सदस्य ने इस बात की पुष्टि कि गांगुली एक या दो नहीं, बल्कि कई सेलेक्शन मीटिंग में मौजूद रहे हैं.
क्यों गांगुली का सेलेक्शन मीटिंग में शामिल होना समस्या है?
बीसीसीआई के संविधान के मुताबिक, अध्यक्ष को टीम इंडिया की सेलेक्शन कमेटी की मीटिंग में बैठने का कोई अधिकार नहीं है. बल्कि, सचिव (जय शाह) समिति के संयोजक होने के नाते बैठकों में भाग लेते हैं. ऐसे में सेलेक्शन कमेटी की मीटिंग में गांगुली की उपस्थिति चयनकर्ताओं के लिए डराने वाली हो सकती है और अगर बोर्ड अध्यक्ष सेलेक्शन में सीधे दखल ना भी देते हों, फिर भी इसे सेलेक्टर्स के काम को प्रभावित करने से ही जोड़कर देखा जाएगा.
क्या विराट को कप्तानी से हटाने में गांगुली की भूमिका?
विराट कोहली बनाम बीसीसीआई एपिसोड के बाद यह विवाद भी गांगुली की साख पर बट्टा ही लगाएगा. भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक होने के बावजूद, विराट कोहली (Virat kohli) को अचानक वनडे कप्तानी से हटा दिया गया और फिर उन्हें टेस्ट कप्तानी छोड़ने के लिए मजबूर किया गया. जिस तरह गांगुली की सेलेक्शन मीटिंग में शामिल होने की खबरें सामने आ रही हैं. इससे यह सवाल उठ रहा है कि क्या कोहली को कप्तानी से हटाने में गांगुली की भी कोई भूमिका है?
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कोहली को नोटिस जारी करना चाहते थे गांगुली
बीच में ऐसी खबरें भी आई थी कि सौरव गांगुली दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले कप्तानी को लेकर दिए गए विराट कोहली के बयान से खफा थे और उन्होंने कोहली को शोकॉज नोटिस जारी करने का मन बना लिया था. हालांकि, बीसीसीआई के कुछ पदाधिकारियों के समझाने के बाद वो पीछे हटे. तभी से यह चर्चा शुरू हो गई थी दक्षिण अफ्रीका सीरीज के बाद कोहली की टेस्ट कप्तानी से भी छुट्टी हो जाएगी और हुआ भी कुछ ऐसा ही.
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इस मसले पर एक बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, “इस पूरे मसले को बोर्ड के भीतर रखकर ही सुलझा लेना चाहिए था. उन्होंने कहा कि, अगर सेलेक्टर्स सौरव गांगुली की मौजूदगी से डरते थे तो उन्हें इस बारे में सचिव जय शाह से बात करनी थी. जय बोर्ड के सचिव हैं और अगर वो कहते थे तो सौरव गांगुली भी उनकी बात को सुनते.” हालांकि, इस मामले पर ना तो जय शाह और ना ही गांगुली ने अब तक कुछ कहा है
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