डायबिटीज की समस्या लगातार लोगों में बढ़ती जा रही हैं. ये बुजर्गों के अलावा अब कम युवाओं को भी अपनी चपेट में ले रहा है. ब्लड शुगर को खानपान में बदलाव और एक सही दिनचर्या फॉलो करके ही नियंत्रित रखा जा सकता है. लेकिन सर्दियों में मधुमेह रोगियों के लिए रूटीन फॉलो करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है. शुगर के मरीज सर्दियों में ज्यादा परेशान रहते हैं क्योंकि यह समय उनके रूटीन और डायट को बुरी तरह प्रभावित कर देता है.
ऐसे में शुगर के मरीजों को सर्दियों में अपना खास ख्याल रखना चाहिए. सर्दियों की सुस्ती उनकी नियमित दिनचर्या को गड़बड़ कर देती है. विशेषज्ञों का कहना है कि अपने स्वास्थ्य की स्थिति को समझकर और कुछ बुनियादी उपायों को अपनाकर, आप खतरनाक हाई ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रख सकते हैं. यहां हम एक्सपर्ट द्वारा दिये गए इस सर्दी के मौसम में मधुमेह के रोगियों के लिए कुछ टिप्स बता रहे हैं.
हरी-भरी साफ-स्वच्छ सब्जियों वाला खाना
जैसे-जैसे शरीर ठंडे तापमान में को-अडजस्ट करता है हमें ज्यादा भूख लगती है. ऐसे में सर्द मौसम में मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए पौष्टिक आहार लेना जरूरी है. शुगर कंट्रोल रखने के लिए ग्रीन टी पीनी चाहिए. शाम को सब्जियों का गर्मागर्म वेज सूप ले सकते हैं. एक रिसर्च में पता चलता है कि जो लोग साफ-स्वच्छ हरी-भरी सब्जियों वाला खाना खाते हैं वे मधुमेह के खतरे को कम कर सकते हैं. साथ ही तला हुआ भोजन, अतिरिक्त चीनी के साथ पैकेज्ड ड्रिंक और फ्लेवर्ड ड्रिंक्स से दूर रहना चाहिए.
कार्बोहाइड्रेट को करें कंट्रोल
शुगर के मरीजों को अपनी डायट से कार्बोहाइड्रेट को बिल्कुल हटा देना चाहिए. प्रोटीन की मात्रा आप बढ़ा सकते हैं. कार्बोहाइड्रेट विशेष रूप से ब्लड शुगर पर सबसे अधिक प्रभाव डालता हैं क्योंकि वे ग्लूकोज या चीनी बनाते हैं. हालांकि शरीर के लिए यह जरूरी है लेकिन शुगर मरीज को अपनी डायट में इसकी मात्रा को नियंत्रित करना चाहिए.
एक्टिव रहें
किसी भी प्रकार का शारीरिक व्यायाम आपके शरीर के स्वस्थ इंसुलिन स्तर को प्रबंधित करने का एक शानदार तरीका है. 15 मिनट के लिए भी आप वॉक, रनिंग या योगा करके खुद को फिजिकली एक्टिव रख सकते हैं. आप शाम को छाटी सी सैर पर निकलें और खुद को तरोताजा महसूस करें.
तनाव न लें
शुगर के मरीज अपनी हेल्थ और दवाइयों के बीच तनाव में आ जाते हैं. इसका आपके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है. सर्दियों में खुद को और हेल्दी रखने आपको अधिक तनाव लेने से बचना होगा. टाइप-2 मधुमेह रोगियों में तनाव ज्यादा देखा जाता है जिससे आप खुद कंट्रोल कर सकते हैं. फिजूल चिंताएं छोड़ नियमित दिनचर्या फॉलो करें. डॉक्टरों का कहना है कि बढ़े हुए तनाव से कोर्टिसोल का उच्च उत्पादन होता है जो शरीर को अधिक ग्लूकोज का उत्पादन करने के लिए प्रेरित करता है, जो रक्त शर्करा के स्तर को और प्रभावित कर सकता है. मधुमेह के मामलों में हल्का व्यायाम, योग, ध्यान से तनाव को नियंत्रित करना फायदेमंद होता है.
रोजोना चेक करें अपना ब्लड शुगर लेवल
एक्सपर्ट्स के मुताबिक मौसम में बदलाव शरीर की इंसुलिन बनाने की क्षमता को प्रभावित करता है. सर्दियों के दौरान भूख लगना आम बात है क्योंकि शरीर हमें गर्म रखने के लिए अधिक ऊर्जा का मांगता है. हालांकि अपनी डायट फॉलो के साथ शुगर के मरीजों को शुगर लेवल की जांच भी नियमित तौर पर करते रहना चाहिए. पूरे दिन अपने शर्करा के स्तर की नियमित जांच करते हुए अपने खाने की आदतों पर नजर रखें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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