रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, देश के कार्बन कटौती लक्ष्य को पूरा करने और ईंधन के इम्पोर्ट बिल को कम करने के लिए मोदी सरकार के लिए इलेक्ट्रिक व्हीकल काफी अहम हैं। मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट के सेक्रेटरी गिरिधर अरमाने ने कहा कि अगर नुकसान के कारणों को शुरू में ही खत्म नहीं किया गया, तो यह EV इंडस्ट्री को प्रभावित करने करने के लिए डर फैला सकता है। उन्होंने कहा कि जांच का मकसद सच्चाई को सामने लाने लाना है। इस मामले में ओला ने फिलहाल कुछ नहीं कहा है।
घटना की वीडियो क्लिप भी वायरल हो रही है, जिसमें Ola S1 Pro ई-स्कूटर आग की लपटों में दिखाई दे रहा है। माना जा रहा है कि इसके पीछे की वजह थरमल रनअवे हो सकती है, जिसमें लिथियम-आयन बैटरी के अंदर शॉर्ट सर्किट से रिएक्शन होता है। ट्विटर यूजर MR SRV HACKERS ने अपने हैंडल पर एक वीडियो क्लिप शेयर की थी। इसमें Ola इलेक्ट्रिक स्कूटर को जलता देखा जा सकता है।
इस घटना पर ओला ने कहा है कि वह पुणे की घटना से अवगत है। घटना के कारणों को समझने के लिए जांच की जा रही है। अगले कुछ दिनों में अपडेट शेयर किया जाएगा। कंपनी ने कहा है कि वह कस्टमर के साथ संपर्क में है।
हालांकि इस तरह की यह पहली घटना नहीं है। पिछले साल सितंबर में Pure EV के दो स्कूटरों में भी आग लग गई थी। इसके बाद अक्टूबर में Okinawa के इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की खबर आई थी। दिसंबर में भी HCD India के एक स्कूटर में आग लगी थी, जिससे एक 60 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी।
बहरहाल, इस मामले की जांच देश की रक्षा अनुसंधान शाखा की एक इकाई- सेंटर फॉर फायर, एक्सप्लोसिव एंड एनवायरनमेंट सेफ्टी द्वारा की जा रही है। देश के पॉपुलर स्टार्टअप्स में से एक ओला ने पिछले साल अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर की बिक्री शुरू की थी। यह एक दिन में 1,000 स्कूटर का प्रोडक्शन करती है। गौरतलब है कि Ola S1 Pro की रेंज सिंगल चार्ज में 181 किलोमीटर है।