सूर्य, बुध और केतु एक साथ वृश्चिक राशि में युति बना रहे हैं. सूर्य और बुध जब कुंडली में एक साथ हों तो बुधादित्य योग का निर्माण करते हैं। बुधादित्य योग सूर्य और बुध की युति से बनने वाला एक शुभ योग है। इस योग के फल बहुत ही अच्छे मिलते है। बुध बुद्धि का स्वामी है तो सूर्य प्रतिष्ठा और तेजस्विता का। लेकिन जब इस योग में केतु शामिल हो जाते हैं तो यह योग कुछ अलग प्रकार से फल देने लगता है।
सूर्य, बुध और केतु का एक साथ एक भाव में होना वैवाहिक जीवन के लिए दुखद और कष्टकारी परिस्थिति का निर्माण करता हैं। यह योग कुंड्ली के किसी भी भाव में बने वैवाहिक जीवन पर विपरीत प्रभाव अवश्य ड़ालता है। परन्तु इस योग का व्यक्ति अपने कार्यक्षेत्र में सफल रहता है। केतु के व्यापक और सार्वभौमिक दृष्टिकोण के कारण, मन सहज और वैज्ञानिक हो जाता है। आइये देखते हैं, सभी बारह राशियों के लिए इस सप्ताह का लव राशिफल: