भूपेंद्र राय: एक समय था जब बॉलीवुड में सलमान खान की बॉडी और लुक्स को सिर्फ इंदर कुमार ही टक्कर देते थे, वह न सिर्फ अपनी शानदार एक्टिंग बल्कि अच्छी बॉडी को लेकर भी चर्चा में बने रहते थे. इंदर कुमार ‘तुमको न भूल पाएंगे’,’मां तुझे सलाम’, ‘खिलाड़ियों का खिलाड़ी’, ‘मासूम’ और ‘कुंवारा’, ‘वॉन्टेड’ जैसी हिट फिल्मों में काम कर चुके थे. उनकी स्माइल और कातिल अदा पर सैकड़ों लडकियां फिदा थीं. दमदार पर्सनैलिटी और शानदार अभिनय के लिए पहचाने जाने वाले इंदरमहज 43 साल की उम्र में एक बीमारी से जंग हार गए.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 28 जुलाई 2017 को कुछ ऐसा हुआ जिसकी इंदर के फैंस ने उम्मीद भी नहीं की होगी. ये वो रात थी जब इंदर कुमार रात को सोए तो सुबह उठे ही नहीं. रात को नींद में ही उनका दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. उस वक्त इंदर केवल 43 साल के थे.
इंदर के निधन के बाद खबरें ये भी आईं कि उन्होंने आत्महत्या की थी. लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा था. जिस हार्ट अटैक ने बॉलीवुड से इंदर को कुमार को छीन लिया वो बेहद खतरनाक होता है. आइए जानते हैं इसके बारे में सबकुछ…
क्या है हार्ट अटैक (what is Heart attack)
Johns Hopkins के मुताबिक, हार्ट अटैक का मेडिकल नाम मायोकार्डियल इंफार्क्शन (Myocardial Infarction) होता है. जिसमें दिल तक ऑक्सीजन और खून पहुंचाने वाली कोरोनरी आर्टरी में ब्लॉकेज आ जाती है. जिससे हार्ट मसल्स को पर्याप्त ऑक्सीजन और खून नहीं मिल पाता और वो डैमेज होने लगती है.
दिल का दौरा पड़ने के लक्षण (Symptoms of Heart Attack)
हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते हैं कि हर मरीज में हार्ट अटैक के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं. जैसे-
- सीने में दर्द तेज होना
- पसीना आना
- सांस फूलना
- उल्टी, जी मिचलाना
- चक्कर आना
- अचानक थकान होना
- सीने के बीच में कुछ मिनट तक तेज दर्द, भारीपन या सिकुड़न महसूस होना
- दिल से कंधे, गर्दन, हाथ और जबड़े तक जाने वाला दर्द
- धड़कन तेज या धीमी हो जाना
हार्ट अटैक के कारण – Causes of heart attack
हार्ट अटैक काफी खतरनाक होता है, जिसके कारण जान भी जा सकती है. हाल ही में एक्टर पुनीत राजकुमार और सिद्धार्थ शुक्ला का निधन भी हार्ट अटैक के कारण हुआ था. Johns Hopkins के अनुसार, हार्ट अटैक आने के पीछे निम्नलिखित कारण हो सकते हैं. नीचे जानिए उनके बारे में….
- खराब जीवनशैली
- हाई ब्लड प्रेशर
- हाई कोलेस्ट्रॉल
- हार्ट डिजीज की फैमिली हिस्ट्री
- डायबिटीज
- धूम्रपान और शराब का सेवन
- अत्यधिक तनाव में रहना
डॉक्टर से कब मदद लेनी है?
हार्ट अटैक के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं. आपके शरीर में हल्के से शारीरिक बदलाव नजर आने पर ही फौरन डॉक्टर के पास जाने की कोशिश करें. लक्षणों को देखकर इसे अन्य समस्या समझने की गलती ना करें, क्योंकि यह आपके लिए खतरनाक हो सकता है.
हार्ट अटैक से बचने के उपाय
- यदि आपको कोई हृदय रोग हो तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें.
- हेल्दी डाइट लें और वजन को कंट्रोल में रखें
- धूम्रपान न करें और रोज एक्सरसाइज जरूर करें
- ज्यादा तनाव न लें, अगर तनाव है तो उसे दूर करें
- यदि आपको मधुमेह हो तो उसके लिए सलाहित दवाइयों का उपयोग करें.
- अपने रक्त के शुगर के स्तर की जांच कराते रहें.
कैसे किया जाता है हार्ट अटैक का इलाज
हार्ट अटैक आने के बाद मरीज की एंजियोप्लास्टी की जाती है. यह एक ऐसी सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमें हृदय की मांसपेशियों तक ब्लड सप्लाई करने वाली रक्त वाहिकाओं को खोला जाता है. मेडिकल भाषा में इन रक्त वाहिकाओं को कोरोनरी आर्टरीज़ कहते हैं. डॉक्टर अक्सर दिल का दौरा या स्ट्रोक जैसी समस्याओं के बाद एंजियोप्लास्टी का सहारा लेते हैं. यह काफी अच्छी ट्रीटमेंट है.
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.
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