Safalta Ki Kunji, Motivational Thoughts in Hindi: सफलता की कुंजी कहती है कि व्यक्ति जब एक बार अपने लक्ष्य का निर्धारण कर ले तो बिना उसे हासिल किए नहीं रूकना चाहिए. जब लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए, प्रयास करते रहना चाहिए.
बाधा आने पर परेशान न हों- सफलता की कुंजी कहती है कि लक्ष्य को प्राप्त करने में कभी-कभी बाधाओं का भी सामना करना पड़ता है. व्यक्ति की कुशलता और योग्यता इस बात पर भी निर्भर करती है कि वो इन चुनौतियों का किस तरह से सामना करता है. सफलता की कुंजी कहती है कि इंसान को बाधा आने पर परेशान नहीं होना चाहिए बल्कि इन बाधाओं को चुनौती मानते हुए इनका निराकरण करने का प्रयास करना चाहिए. लक्ष्य को पूरा करने में जब परेशानी महसूस करने लगें तो इन बातों का भी ध्यान रखना चाहिए.
आत्मविश्वास कभी कमजोर न पड़ने दें- सफलता की कुंजी कहती है कि बड़े लक्ष्य को पूरा करने में समस्याएं आना स्वाभाविक है. इन समस्याओं से घबराना नहीं चाहिए. समस्याओं को दूर भी किया जा सकता है. लेकिन परेशानी आने पर आत्मविश्वास को नीचे नहीं गिरने देना चाहिए. आत्मविश्वास को बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए. आत्मविश्वास जब बना रहता है तो बड़ी से बड़ी बाधा भी दूर हो जाती है. सफलता में आत्मविश्वास का बना रहना सबसे अहम माना गया है.
निराश नहीं होना चाहिए- सफलता की कुंजी कहती है कि लक्ष्य को पूरा करने में आने वाली बाधाएं कभी-कभी निराशा भी प्रदान करती हैं लेकिन ध्यान रखने वाली बात ये है कि बाधाएं आने पर निराशा को हावी नहीं देने चाहिए. निराशा जब बढ़ती है तो व्यक्ति की कार्य क्षमता प्रभावित होती है. लक्ष्य को प्राप्त करना है तो कार्य क्षमता को बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए.
संयम को कभी न खोएं- सफलता की कुंजी कहती है कि कितनी भी बाधाएं और परेशानी आ जाए व्यक्ति को धैर्य कभी नहीं खोना चाहिए. बाधा आने पर भी पूरी ऊर्जा के साथ अपने प्रयासों को जारी रखें और तब तक प्रयास करते रहें जब तक सफलता मिल न जाए. लक्ष्य को प्राप्त करने में धैर्य एक बड़ा शस्त्र है. गीता में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं किसी भी स्थिति में व्यक्ति को धैर्य नहीं खोना चाहिए.
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