Relationship Tips : कहते हैं न कि किसी भी रिश्ते को चलाने के लिए ईमानदारी सबसे जरूरी होती है, खासकर जब यह रिश्ता पति-पत्नी के बीच हो तो ईमानदारी और खुलेपन का विस्तार दूसरे किसी रिश्ते से कहीं ज्यादा होता है. हालांकि, वो बात अलग है कि इस रिश्ते को जारी रखने और इसे मजबूत बनाने के लिए दोनों भागीदारों यानी पति-पत्नी को ही कड़ी मेहनत करनी पड़ती है. लेकिन इसके बाद भी कभी-कभी चीजें इतनी तनावग्रस्त हो जाती हैं कि अगर धैर्य और समझदारी से काम नहीं लिया जाए तो यह आपके रिश्ते को पूरी तरह से बर्बाद कर देंगी और शायद इन तमाम बातों को बॉलीवुड के स्टारकपल में से एक संजय दत्त और मान्यता दत्त बहुत अच्छे से समझते हैं.
यह बात किसी से नहीं छिपी कि संजय दत्त और उनका पूरा परिवार बहुत बुरे दौर से गुजर रहा है. भले ही अभिनेता कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को मात देकर वापस लौट आए हैं. ऐसे में उनकी पत्नी मान्यता दत्त हर कठिनाइयों को पार करते हुए अपने परिवार को समेटे हुए हैं. ऐसा हम ही नहीं बल्कि स्टार वाइफ का खुद ऐसा मानना है.
बेहतर कंपेटिबिलिटी को लेकर सुने ताने
यह बात किसी से नहीं छिपी कि संजय दत्त की जिंदगी में एक समय ऐसा था जब लड़कियों का आना-जाना बहुत आम सी बात हो गई थी. ऐसे में जब एक्टर ने 19 साल छोटी मान्यता दत्त से शादी की तो बहुत से लोगों का ऐसा कहना था कि इन दोनों का रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं चल पाएगा. संजय और मान्यता के रिश्ते की सबसे अच्छी बात यह थी कि वह दोनों कभी भी अपने विचार एक-दूसरे पर नहीं थोपते है.
मुश्किल वक्त में संभाली कमान
वो कहते हैं कि एक अच्छी पत्नी वही है, जो अपने पति के अच्छे वक्त के साथ-साथ उसके बुरे वक़्त में भी शामिल हो और मान्यता दत्त बिल्कुल ऐसी हैं. एक तरफ जहां संजू बाबा कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लड़ रहे थे, तो वहीं मान्यता हर पल बच्चों को इस बात का एहसास दिलाने में लगी थीं कि सब कुछ पहले जैसा है.
उम्र का फासला कम, प्यार ज्यादा
कई लोगों का ऐसा मानना ही कि पार्टनर की उम्र आपसे ज्यादा है, तो उनके बात करने का तरीका, प्यार जताने का एहसास एकदम अलग होगा. यही नहीं, वह बात-बात पर आपको ज्ञान देने से भी बाज नहीं आएंगे. हालांकि, संजय और मान्यता के रिश्ते में ऐसा देखने को नहीं मिला, बल्कि दोनों के रिश्ते में उम्र का फासला ज्यादा होने के बाद भी इनका प्यार यंग कपल्स पर भी भारी पड़ता है.
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