Skin Problems: हर मनुष्य के शरीर में एक अनोखी गंध होती है. लेकिन ज्यादातर जब हम शरीर की गंध (Smell) के बारे में सोचते हैं तो हम एक नापसंद आने वाली महक के बारे में सोचते हैं, जो कि हमें परेशान करने वाला और काफी शर्मनाक हो सकता है. कभी-कभी, इत्र की मदद से गंध पर काबू पाना आसान होता है, लेकिन यह हमेशा मददगार साबित नहीं होता है. जबकि समस्या गंभीर (Serious) है और इसके पीछे कई वजह हो सकती हैं.
दुर्गंध की वजह और उपचार
शरीर की गंध में बदलाव अत्यधिक पसीना या ठीक प्रकार साफ-सफाई (Hygiene) न होने के कारण हो सकती है. यदि आप ऐसे शख्स हैं जो इस समस्या से जूझ रहे हैं, तो फिटनेस ट्रेनर यास्मीन कराचीवाला और त्वचा विशेषज्ञ डॉ जयश्री शरद का यह सन्देश आपके लिए ही है. दोनों ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर इस मुद्दे को विस्तार से समझाया. साथ ही इसके कारणों और उपचार पर भी प्रकाश डाला. यास्मीन कराचीवाला (Yasmin Karachiwala) और डॉ जयश्री शरद (Dr Jaishree Sharad) अक्सर प्रभावी वीडियो बनाती हैं और लोगों की आम समस्याओं पर चर्चा करती हैं.
कुछ समय पहले फिटनेस ट्रेनर यास्मीन कराचीवाला और त्वचा विशेषज्ञ डॉ जयश्री शरद ने त्वचा के प्रकारों की पहचान करने और फिर उसके अनुसार एक दिनचर्या तैयार करने के बारे में बात की थी. डॉ जयश्री ने बताया कि किसी भी स्किनकेयर उत्पाद के बिना, पहले अपनी त्वचा के प्रकार को जानना जरूरी है. अपनी त्वचा (Skin) को सात प्रकारों (Seven Tpes) में वर्गीकृत कर सकते हैं – सामान्य त्वचा, ऑयली त्वचा, ड्राई त्वचा, कॉम्बिनेशन त्वचा, मुँहासा प्रवण त्वचा, संवेदनशील त्वचा और पिग्मेंट त्वचा.
आपकी त्वचा (Skin) के प्रकार की पहचान करने के लिए त्वचा विशेषज्ञ डॉ जयश्री शरद ने कहा कि “जब आप सुबह उठते हैं तो अपना चेहरा साबुन से धोलें और एक घंटे तक प्रतीक्षा करें. एक घंटा बीत जाने के बाद टिशू पेपर लें और इसे अपने चेहरे पर हल्के से थपथपाएं. अगर कागज चिकना है तो आपकी त्वचा सामान्य है.
शरीर से दुर्गंध आने के कारण
स्वच्छता पर ध्यान न देना, फंगल / बैक्टीरियल / यीस्ट इन्फेक्शन, हार्मोन असंतुलन, अत्यधिक पसीना
शरीर की दुर्गंध का उपचार
स्वच्छता के लिए संक्रमण का इलाज कराएं, एंटी-फंगल पाउडर का इस्तेमाल करें, त्वचा पर इत्र के इस्तेमाल से बचें, लहसुन/प्याज से परहेज करें