Shani Dev: 6 नवंबर 2021 को शनिवार का दिन है. इस शनिवार का विशेष महत्व है. पंचांग के अनुसार इस दिन कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि है. इस दिन भाई दूज, यम द्वितीया और श्रीचित्रगुप्त पूजा का पर्व है. जिस कारण इस शनिवार का विशेष धार्मिक महत्व है. जिन लोगों पर शनि की दृष्टि है, उनके लिए ये दिन विशेष है. इस दिन शनि देव की पूजा करने से शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैया से राहत पा सकते हैं.
शनि देव को शांत करना क्यों जरूरी है
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव को सभी ग्रहों को न्यायाधीश बताया गया है. शनि एक क्रूर ग्रह माना गया है. शनि की चाल बहुत ही धीम है. यही कारण है शनि एक राशि से दूसरी राशि में परिवर्तन करने में लगभग ढाई वर्ष का समय लेते हैं. शनि का न्याय, अनुशासन अधिक प्रिय है. इसके साथ परोपकार और समाज सेवा करने वालों से भी शनि प्रसन्न रहते हैं. शनि जब अशुभ होते हैं तो व्यक्ति को
- शिक्षा
- करियर
- जॉब
- सेहत
- धन
- बिजनेस
- दांपत्य जीवन
- लव रिलेशन
आदि से जुड़ी परेशानियां देते हैं. इसलिए शनि देव को शांत रखना आवश्यक हो जाता है. वर्तमान समय पर इन 5 राशियों पर शनि की सीधी दृष्टि है. ये राशियां इस प्रकार हैं-
- मिथुन राशि
- तुला राशि
- धनु राशि
- मकर राशि
- कुंभ राशि
शनि की साढ़ेसाती
वर्तमान समय में धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है. वर्ष 2021 में शनि का कोई राशि परिवर्तन नहीं है. शनि अगले वर्ष 29 अप्रैल 2022 को राशि परिवर्तन करेंगे. मिथुन और तुला राशि पर शनि की ढैया चल रही है.
6 नवंबर 2021, शनि देव पूजा
पंचांग के अनुसार 6 नवंबर को शनिवार का दिन है. इस दिन अनुराधा नक्षत्र और चंद्रमा वृश्चिक राशि में विराजमान रहेगा. इस दिन वृश्चिक राशि में ग्रहण योग भी बन रहा है. इस दिन शोभन योग का निर्माण हो रहा है. शनि देव मकर राशि में गुरु के साथ विराजमान रहेंगे. इस दिन काला कंबल, काली उड़द की दाल, काला छाता और अन्न आदि का दान शुभ फल प्रदान करेगा. इसके साथ ही शनि चालीसा का पाठ करें. इससे भी शनि शांत होते हैं.