सौरमंडल में कुल नौ ग्रह है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक सभी नौ ग्रहों में सबसे धीमी चाल चलने वाला ग्रह शनि को माना जाता है। शनि को किसी एक ग्रह से दूसरी ग्रह में राशि गोचर करने में लगभग ढाई साल का समय लग जाता है। शनि की चाल जितनी धीमी है,उतना ही किसी राशि के ऊपर इसका प्रभाव भी गहरा होता है। शनि के बारे में कहा जाता है कि जिसके ऊपर भी मेहरबान होते हैं उसके भाग्य के सभी बंद दरवाजे खुल जाते हैं और सभी दुखों का अंत होने लगता है। वहीं यदि किसी मनुष्य के ऊपर शनि की कृपा दृष्टि सही नहीं होती है तो उसे राजा से रंक बनने में भी देर नहीं लगती। शनि को ज्योतिष शास्त्र में न्याय का देवता बताया गया है जो व्यक्ति को उसके किए कर्मों के अनुसार ही अच्छा या बुरा फल देते हैं। आने वाले नए साल में तकरीबन ढाई वर्ष बाद शनिदेव 29 अप्रैल 2022 को अपने मित्र राशि कुंभ राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। शनि के इस
राशि में गोचर करना प्रत्येक राशि के जातकों के जीवन पर कुछ – न – कुछ असर करेगा। हालांकि, मुख्य तौर पर चार ऐसी राशियां है जिनके ऊपर इसका गहरा प्रभाव । इन चारों राशियों के लोगों की नौकरी में बदलाव देखने को मिल सकता है आइए जानते हैं कौन है वह चार राशियां-
नए वर्ष की करें शुभ शुरुआत, समस्त ग्रह दोषों को समाप्त करने हेतु कराएं नवग्रह पूजन – नवग्रह मंदिर, उज्जैन