अपने कस्टमर्स के उपग्रह ले जाने वाला यह वर्जिन ऑर्बिट का तीसरा प्रक्षेपण था। इससे पहले जनवरी और जून 2021 में कंपनी ने कई उपग्रहों को उनकी कक्षा में पहुंचाया था। मई 2020 में कंपनी का एक प्रक्षेपण नाकाम रहा था, जिसके जरिए वह क्षमता दिखाना चाहती थी। इसके बाद भी कस्टमर्स का उस पर भरोसा बना रहा।
And there we have it, folks! We’ve just heard from Mission Control that NewtonThree successfully reignited and deployed all customer spacecraft into their target orbit. Another fantastic day for the Virgin Orbit team, and a big step forward for our customers.
— Virgin Orbit (@VirginOrbit) January 13, 2022
ब्रिटिश अरबपति रिचर्ड ब्रैनसन ने 2017 में इस कंपनी को स्थापित किया था। वर्जिन ऑर्बिट छोटे उपग्रहों को लॉन्च करने पर फोकस कर रही है।
कंपनी के लॉन्च वेबकास्ट के दौरान रिचर्ड ब्रैनसन ने कहा कि बोइंग 747 का इस्तेमाल करने के बारे में जबरदस्त बात यह है कि हम उन्हें दुनिया में कहीं से भी किसी भी कक्षा में डाल सकते हैं। इसके साथ ही ब्रैनसन ने दुनियाभर के देशों को उनसे जुड़ने का न्योता भी दे दिया। उन्होंने कहा कि दुनिया में मुट्ठी भर देश ही अपने देशों से उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजने की क्षमता रखते हैं। बाकी देश अब वर्जिन ऑर्बिट का इस्तेमाल कर सकते हैं। उन्हें हमें संपर्क करने की जरूरत है। कंपनी इस साल छह लॉन्च की योजना बना रही है। इसमें से दो लॉन्च ब्रिटेन की रॉयल एयर फोर्स के लिए होंगे।
वर्जिन ऑर्बिट, वर्जिन ग्रुप का हिस्सा है। यह छोटे उपग्रहों के लिए लॉन्च सर्विस देती है। डैन हार्ट के नेतृत्व में कंपनी के पास लगभग 300 कर्मचारियों की टीम है। हाल ही में कंपनी के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर टोनी गिंगिस ने कहा था कि यह उनके लिए एक बैनर ईयर होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि एक के बाद एक उड़ानों में लगातार सुधार हुआ है। कहा कि हम हमारी प्रक्रियाओं से ज्यादा आत्मविश्वास प्राप्त कर रहे हैं।
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