Change in work makes employees active : हेल्दी रहने और किसी की फिजिकल और मेंटल हेल्थ बनाए रखने के लिए पर्याप्त फिजिकल एक्टिविटी जरूरी है. लेकिन ऑफिस में काम करने वालों के लिए, लंबे समय तक डेस्क जॉब के साथ, एक्टिव रहना मुश्किल है. अब, जापान के रिसर्चर्स ने इस बात पर रोशनी डाली है कि ऑफिस वर्कर्स कैसे पूरे वर्किंग डे में एक्टिव रह सकते हैं. जापान की त्सुकुबा यूनिवर्सिटी (University of Tsukuba) के रिसर्चर्स की एक टीम ने अपनी स्टडी के दौरान इस बात की जांच की, कि टोक्यो में एक बीमा कंपनी के ऑफिस वर्कर्स फिजिकली एक्टिव रहने की चुनौती से कैसे निपटते हैं. उनकी स्टडी ऑफिस वर्कर्स और मैनेजर्स पर फोकस ग्रुप इंटरव्यूज के दो सेटों पर आधारित था. इस स्टडी का निष्कर्ष ‘इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एनवायरमेंटल रिसर्च एंड पब्लिक हेल्थ (International Journal of Environmental Research and Public Health)’ में प्रकाशित किया गया है.
इस स्टडी के राइटरों में से एक और त्सुकुबा यूनिवर्सिटी में एसोसिएट प्रोफेफर योशियो नाकाटा (Yoshio Nakata) ने बताया, “जापान में एक गतिहीन लाइफस्टाइल के नकारात्मक स्वास्थ्य प्रभावों को एक सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दे के रूप में तेजी से गंभीरता से लिया जा रहा है. क्योंकि ऑफिस वर्कर्स अपने काम के 70 प्रतिशत से अधिक घंटे बैठे रहते हैं, इसलिए उन्हें डायबिटीज जैसी स्थितियों के विकसित होने का अधिक खतरा होता है.”
यह भी पढ़ें-
कोरोना का खतरनाक असर आ रहा है सामने, दिमाग में दिख रहे हैं ये डरावने संकेत: स्टडी
इन इंटरव्यूज के जरिए ये पता लगाया गया कि ऑफिस वर्कर्स ने फिजिकल एक्टिविटी के महत्व को कैसे समझा और वर्कप्लेस में फिजिकल एक्टिविटी के संबंध में स्थिति को कैसे देखा? उन्होंने फिजिकल एक्टिविटी के अपने लेवल को बढ़ाने के तरीकों के लिए सुझाव भी आमंत्रित किए.
स्टडी में क्या निकला
रिसर्चर्स ने अपनी स्टडी के दौरान क्षमता, अवसर और प्रेरणा के संदर्भ में समाधानों को देखा. उन्होंने पाया कि साक्ष्य-आधारित स्वास्थ्य शिक्षा द्वारा कार्यालय कर्मचारियों की क्षमता को बढ़ाया जा सकता है. उन्हें भौतिक वातावरण (physical environment) में बदलाव के जरिए फिजिकल एक्टिविटी में संलग्न होने, शामिल होने का मौका दिया जा सकता है, जैसे कि स्टैंडिंग डेस्क जारी करना या शावर रूम स्थापित करना.
यह भी पढ़ें-
गर्मी की रातों में हार्ट डिजीज से होने वाली मौतें ज्यादा, पुरुषों को अधिक खतरा – स्टडी
इनके अलावा कुछ मोटिवेश्नल रणनीतियों पर भी काम कर सकते हैं, जैसे वर्कर्स को उनकी फिजिकल एक्टिविटी के इंडिकेटर्स के आधार पर (डेली स्टेप काउंटिंग) अवॉर्ड देने के लिए इंसेंटिव प्रोग्राम्स चलाना आदि.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Health, Health News, Lifestyle, Office