Laxmi Ji Ke Upaye: लक्ष्मी जी को कलियुग में विशेष स्थान प्राप्त है. लक्ष्मी जी की कृपा जिस पर हो जाती है उसका जीवन धन-धान्य से भर जाता है. लक्ष्मी जी को शास्त्रों में भगवान विष्णु की पत्नी बताया गया है. साथ ही पार्वती और सरस्वती के साथ इन्हें भी त्रिदेवियों में से एक माना गया है.
आज बना है विशेष संयोग
लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए शुक्रवार का दिन उत्तम माना गया है. पंचांग के अनुसार 22 अप्रैल 2022 को शुक्रवार का दिन है. इस दिन वैशाख मास की कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि है. इस दिन पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र है, जिसके स्वामी शुक्र हैं. इसके साथ ही शुक्रवार को शिव योग प्रात: 7 बजकर 11 मिनट तक रहेगा इसके बाद सिद्ध योग लग जाएगा. यानि इस दिन प्रात:काल और शाम के समय लक्ष्मी जी की पूजा का विशेष संयोग बना है.
लक्ष्मी जी की पूजा में दीपक का महत्व
ऋगवेद में दीपक में देवताओं का वास माना गया है. इसीलिए पूजन से पहले दीपक जलाने की परंपरा है. इसके साथ ही किसी भी शुभ कार्य को करने से पूर्व दीप को प्रज्वलित करते हैं. लक्ष्मी जी की पूजा में भी दीपक का प्रयोग करना उत्तम माना गया है. यही कारण है कि शाम के समय घरों में दीपक जलाने की परंपरा है. शुक्रवार के दिन दीपक जलाने से सुख-समृद्धि आती है. इसके साथ ही घर की नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है.
दीपक जलाते समय इन बातों का ध्यान रखे
- दीपक को सदैव भगवान की मूर्ति या तस्वीर के सामने ही प्रज्वलित करें
- घी का दीपक अपने बाएं हाथ की तरफ रखकर जलाएं
- तेल का दीपक हमेशा दाईं ओर रखकर जलाना चाहिए
- घी के दीपक में रूई की बाती का प्रयोग करें
- तेल का दीपक जला रहे हैं तो इसमें लाल धागे का प्रयोग करें
- दीपक को कोने में नहीं रखना चाहिए.
- टूटे दीपक का प्रयोग पूजा में नहीं करना चाहिए.
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