Highlights
- रोहित शर्मा टी20 के बाद वनडे टीम के कप्तान बन गए हैं।
- साउथ अफ्रीका दौरे से वह वनडे कैप्टेंसी की जिम्मेदारी संभालेंगे।
- रोहित शर्मा 34 साल की उम्र में भारतीय टीम के कप्तान बने हैं।
बीसीसीआई ने विराट कोहली को बर्खास्त कर रोहित शर्मा को वनडे कप्तानी सौंप कर एक बार फिर स्प्लिट कैप्टेंसी को योजना पर अमल किया है। विराट कोहली ने टी20 वर्ल्ड कप से पहले ही क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट की कमान छोड़ने का ऐलान कर दिया था। बीसीसीआई ने इसके बाद कोहली को वनडे की भी कप्तानी छोड़ने का अल्टिमेटम दिया क्योंकि वह लिमिटेड ओवर में दो कप्तान नहीं चाहते थे। बोर्ड ने कोहली को 48 घंटों के भीतर कप्तानी छोड़ने को कहा था जब कोहली ने दिए समय पर ऐसा नहीं किया तो बीसीसीआई ने रोहित शर्मा को खुद कप्तान बनाने का ऐलान कर दिया। रोहित को कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपना कितना सही और कितना गलत है आइए इससे जुड़े कुछ मुख्य बिंदुओं के जरिए जानते हैं।
5 बार के आईपीएल चैंपियन भारत को जीता सकते हैं टी20 वर्ल्ड कप
Rohit Sharma
विराट कोहली के टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने के बाद हर कोई यह बात जानता था कि इस फॉर्मेट के नए कप्तान रोहित शर्मा ही होंगे। रोहित का क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में रिकॉर्ड शानदार रहा है। आईपीएल में 5 बार वह अपनी टीम मुंबई इंडियंस को खिताब जीता चुके हैं। रोहित शर्मा 9 साल से इस टीम की कमान संभाले हुए हैं और इन सालों में उन्होंने 5 बार अपनी टीम को चैंपियन बनाया है। रोहित का यह रिकॉर्ड उनको कप्तानी का प्रबल दावेदार बनाता है। रोहित की कप्तानी में भारत ने 2018 निदहास ट्रॉफी में बांग्लादेश को आखिरी गेंद पर मात देते हुए खिताब पर कब्जा किया था। टी20 में रोहित के इन शानदार आंकड़ों को देखते हुए भारतीय फैन्स की 2022 टी20 वर्ल्ड कप जीतने की उम्मीद बढ़ी है।
रोहित जानते हैं खिलाड़ियों से तालमेल बैठाना
Rohit Sharma and Rishabh Pant
मैच के दौरान रोहित शर्मा शांत रहते हुए फैसले लेना जानते हैं, इस बात की गंवाही खुद क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर भी दे चुके हैं। सचिन ने हाल ही में रोहित को लेकर एक बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था नेतृत्व करने की उनकी क्षमता के अलावा, वह मुश्किल परिस्थितियों में जिस तरह से संयम बनाए रखते हैं उनकी यही क्षमता उन्हें बाकी खिलाड़ियों से अलग करती है। वहीं क्रिकेट के गलियारों में तो यह भी सुनने में आता है कि रोहित युवा खिलाड़ियों से बात करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं ताकि उनसे बेहतर तालमेल बन सकें। उनके कमरे का दरवाजा खिलाड़ियों के लिए हमेशा खुला रहता है। एक बेहतरीन कप्तान की यही निशानी होती है।
टी20 में तो ठीक है, मगर वनडे में कैसे कारगर साबित होंगे रोहित?
Rohit Sharma
रोहित शर्मा के टी20 क्रिकेट के ट्रैक रिकॉर्ड को देखकर समझ आता है कि वह इस फॉर्मेट में टीम इंडिया को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सक्षम है, मगर वह वनडे क्रिकेट में बतौर कप्तान कितने कारगर साबित होंगे, यह बड़ा सवाल है। रोहित टी20 के मुकाबले वनडे में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कप्तानी करने का अनुभव थोड़ा कम है। रोहित ने मात्र 10 ही वनडे मैचों में टीम इंडिया की अगुवाई है जिसमें 8 बार भारत को जीत मिली है। बतौर कप्तान वनडे क्रिकेट में सफलता हासिल करना रोहित के सामने बड़ी चुनौती होगी।
क्या कप्तानी से रोहित की बल्लेबाजी पर पड़ेगा असर?
Rohit Sharma
बल्लेबाजी हो या गेंदबाजी, कप्तानी किसी भी खिलाड़ी के परफॉर्मेंस पर असर डालती है। क्या अब ऐसा ही कुछ हमें रोहित की बल्लेबाजी में भी देखने को मिल सकता है? अगर रोहित के अंतरराष्ट्रीय और बतौर कप्तान आईपीएल के बैटिंग रिकॉर्ड की बात करें तो इसमें फर्क साफ देखने को मिलता है। आईपीएल में कप्तानी करते हुए रोहित शर्मा को बैटिंग औसत 2017 से 2021 के बीच एक बार भी 30 के पार नहीं पहुंचा है, वहीं इसी दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक ही बार ऐसा हुआ है जब उनसा औसत 30 से कम का रहा है। ऐसे में देखना होगा कि रोहित अब पूर्ण रूप से कप्तानी संभालने के बाद अपनी बल्लेबाजी पर कैसे काम करते हैं।
34 साल के रोहित कब तक करेंगे कप्तानी? बीसीसीआई के पास फ्यूचर कैप्टन की क्या है योजनाएं?
KL Rahul
रोहित ने 227 वनडे में 3 दोहरे शतक और 29 शतक के साथ 119 टी20 खेलकर कप्तानी के पद को हिसाल किया है। 1987 में जन्में रोहित शर्मा अब 34 साल के हो गए हैं। यह वही उम्र है जब एक क्रिकेटर अपने रिटायरमेंट की योजना बना रहा होता है। ऐसे में रोहित कितने साल तक यह जिम्मेदारी उठा पाते हैं यह भी एक सवाल है। इस उम्र में एक गंभीर चोट उनके करियर पर पूर्ण विराम भी लगा सकती है। ऐसे में बीसीसीआई के पास फ्यूचर कैपटन को लेकर क्या योजनाए हैं? टी20 में तो उन्होंने केएल राहुल को उप-कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपी है, मगर वनडे टीम के उप-कप्तानी की घोषणा नहीं हुई है। अगर राहुल ही वनडे टीम के उप-कप्तान बनते हैं तो बीसीसीआई उनको कैसे निखारेगी? वहीं, अगर राहुल वनडे के उप-कप्तान नहीं बनते तो बीसीसीआई किस खिलाड़ी पर फ्यूचर कैप्टन का दांव लगाएगी?