कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पटरी से उतरी भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने अपने दोस्तों के फायदे के लिए देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है और रोजगार खत्म हो गए हैं।
नई दिल्ली
Published: December 17, 2021 04:09:41 pm
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पटरी से उतरी भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने अपने दोस्तों के फायदे के लिए देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है और रोजगार खत्म हो गए हैं। दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद में सरकार से कुछ सवाल पूछे थे। इसका जवाब देते हुए सरकार ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते देश में सूक्ष्म, मध्यम और लघु उद्योग को खासा नुकसान हुआ है। बताया गया कि कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन और अन्य पाबंदियों के चलते ऐसे उद्योगों की 9 प्रतिशत इकाइयां बंद हो गई हैं। संसद में सूक्ष्म, मध्यम और लघु उद्दम मंत्री नारायण राणे ने एक सर्वे के आंकड़ों के आधार पर यह जानकारी दी है।
Congress leader rahul gandhi target gov over economy
उद्यम मंत्री ने यह भी बताया कि बिजनेस में नुकसान या कारोबार बंद होने के चलते कई लोगों ने आत्महत्या भी कर ली है। आंकड़ों की मानें तो 2020 में स्वरोजगार करने वाले 11,716 लोगों ने आत्महत्या कर ली है।
मित्रों के फासदे के लिए सरकार ने खत्म कर दिया रोजगार
सरकार द्वारा दी गई इस जानकारी को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर साझा करते हुए सरकार को घेरा है। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि कोरोना काल में सरकार की नाकामी के चलते 9 फीसदी छोटे उद्योग बंद हो गए हैं। मतलब साफ है कि सरकार ने अपने दोस्तों के फायदे के लिए देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है। इसके चलते लोगों के रोजगार खत्म हो गए, वहीं बड़ी संख्या में लोगों ने आत्महत्या भी कर ली है।
#MSME पर मैंने सरकार से कुछ गंभीर प्रश्न किए थे जिनके जवाब में उन्होंने माना है कि कोविड काल में 9% MSMEs बंद हो गयीं।
यानि
मित्रों का फ़ायदा
अर्थव्यवस्था कमज़ोर
रोज़गार ख़त्म! pic.twitter.com/BrWpQiFto1— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 17, 2021
कोरोना के चलते 11,716 उद्यमियों ने की आत्महत्या
संसद में कांग्रेस ने पूछा कि कोरोना के चलते बंद हुए कारोबारों को सरकार ने कोई मदद दी है क्या। या फिर व्यापार में नुकसान होने के बाद आत्महत्या करने वाले लोगों के परिवारों की सरकार ने कोई मदद की। इसके जवाब में नारायण राणे ने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के आधार पर बताया कि साल 2019 में स्वरोजगार से जुड़े 9,052 लोगों ने आत्महत्या की थी। जबकि साल 2020 में कोरोना के चलते यह संख्या बढ़कर 11,716 हो गई।
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