ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी इंसान की कुंडली में ग्रहों की स्थिति हमेशा एक जैसी नहीं रहती। ग्रह जब घर बदलते हैं तो शुभ और अशुभ योग बनते हैं जिनकी वजह से इंसान के जीवन की परिस्थितियां भी बदलती रहती हैं। कुंडली में तरह तरह के योग बनते हैं और एक योग है शश योग। कहा जाता है कि जिस जातक की कुंडली में शश योग बनता है वो राजधिकारी या सरकारी नौकरी का सुख भोगता है, इस जातक की कुंडली में राजनीति में ऊंचे कद के संयोग होते हैं।
चलिए जानते हैं कि शश योग किस परिस्थिति में बनता है
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शश योग न्याय के देव कहे जाने वाले शनि के द्वारा विशेष परिस्थितियों में ही बनता है। अगर किसी जातक की कुंडली में शनि लग्न या चंद्र भाव से केंद्र स्थान यानि कुंडली के 1, 4, 7 या 10वें भाव में है जातक को शश योग के शुभ फल मिलते हैं।
इतना ही नहीं अगर शनि, तुला, मकर या कुंभ राशि में स्थित है तो भी शश योग होने की संभावना बनती है।
शश योग अत्यंत शुभ फल देने वाला योग है। ये जिसकी कुंडली में लगता है उसे मालामाल कर डालता है। व्यक्ति जिस काम में हाथ डालता है, वो सफलता प्राप्त करता है।
ऐसे जातक आमतौर पर राज योग यानी राजनीति में ऊंचे पद को हासिल करने में सफलता प्राप्त करते हैं। शश योग लगा हो तो बड़ा सरकारी पद, कूटनीतिक और राजनयिक पदवी प्राप्त होती है। ऐसा व्यक्ति समाज में मान सम्मान, प्रतिष्ठा पैसा सब हासिल करता है।
- राजनीति के अलावा शश योग के चलते लोग जज, आईएएस अधिकारी, सरकारी सलाहकार बनते हैं।
- ज्योतिष शास्त्र कहता है कि जिनकी कुंडली में शश योग लगता है उन लोगों की आयु भी लंबी होती है।
- ऐसे लोग बहुत सोच समझकर बोलते हैं क्योंकि ये ज्ञानी कहलाते हैं।
- इन जातकों पर शश योग के चलते शनि की ढैया, साढ़ेसाती के बुरे प्रभाव भी हावी नहीं होते।
- उसकी विलपॉवर उसकी इच्छाशक्ति मजबूत होती है।
दरअसल शनि के शुभ प्रभाव से शश योग लगता है और कहा जाता है कि शनि उक्त जातक की छिपी हुई प्रतिभा को उभारकर उसे सफलता दिलाते हैं।
ऐसे में जातक को इस योग के शुभ फल पाने के लिए क्या करना चाहिए –
- जातक को शनि देव की उपासना करनी चाहिए।
- दशरथ कृत शनिस्रोत का पाठ करना चाहिए।
- हनुमन्त उपासना करनी चाहिए।
- हर शनिवार को शनि देव के मंदिर में जाकर उन्हें तेल चढ़ाना चाहिए।
डिस्क्लेमर- ये आर्टिकल जन सामान्य सूचनाओं पर आधारित है। इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता। इसलिए पहले ज्योतिष एक्सपर्ट से जरूर सलाह लें।