क्या
है
गुड़मार
गुड़मार
अपने
नाम
की
तरह
ही
मीठे
के
स्वाद
को
मार
देता
है।
दरअसल,
गुड़मार
एक
औषधीय
पौधा
है
जो
देश
के
मध्य,
पश्चिमी
और
दक्षिणी
भागों
के
उष्णकटिबंधीय
जंगलों
में
जंगली
रूप
से
उगता
है।
जब
इसकी
पत्ती
का
सेवन
किया
जाता
है,
तो
किसी
भी
मीठी
चीज
का
स्वाद
लगभग
एक
घंटे
तक
के
लिए
समाप्त
हो
जाता
है।
इसे
खाने
के
बाद
गुड़
या
चीनी
की
मिठास
व्यक्ति
को
महसूस
ही
नहीं
होती।
इसलिए,
मधुमेह
में
इसका
इस्तेमाल
करना
अच्छा
माना
जाता
है।
ऐसे
है
लाभदायक
मधुमेह
में
इसका
सेवन
करना
विशेष
रूप
से
इसलिए
लाभदायक
माना
गया
है,
क्योंकि
जब
व्यक्ति
गुड़मार
का
सेवन
करता
है,
तो
उसकी
चीनी
या
मीठे
भोजन
की
लालसा
कम
हो
जाती
है।
जब
मीठा
भोजन
या
पेय
से
पहले
गुड़मार
का
सेवन
किया
जाता
है,
तो
यह
आपके
टेस्ट
बड
पर
चीनी
रिसेप्टर्स
को
ब्लॉक
कर
देता
है।
ऐसे
लोगों
को
तब
मीठे
खाद्य
पदार्थ
भी
अच्छे
नहीं
लगते
हैं
और
ऐसे
में
वह
धीरे-धीरे
मीठी
चीजों
का
सेवन
करना
कम
कर
देते
हैं।
इसके
अलावा,
गुड़मार
इंसुलिन
स्राव
और
सेल
रिजेनरेशन
में
भी
अपना
योगदान
देता
है,
जिसके
कारण
ब्लड
शुगर
लेवल
आसानी
से
बैलेंस
हो
जाता
है।
बता
दें
कि
गुड़मार
पैनक्रियाज
में
इंसुलिन
उत्पादन
को
उत्तेजित
कर
सकता
है
और
इंसुलिन-प्रोड्यूसिंग
सेल
के
पुनर्जनन
को
बढ़ावा
देता
है।
इइस
तरह,
यह
मधुमेह
रोगियों
में
रक्त
शर्करा
के
स्तर
को
कम
करने
में
मदद
कर
सकता
है।
वहीं,
गुड़मार
वजन
घटाने
में
बहुत
मददगार
है।
चूंकि,
गुड़मार
आपके
टेस्ट
बड
पर
मीठे
रिसेप्टर्स
को
अवरुद्ध
करता
है,
इससे
आप
कम
मीठे
खाद्य
पदार्थ
खा
सकते
हैं
और
कम
कैलोरी
का
उपभोग
कर
सकते
हैं।
बढ़ता
वजन
भी
मधुमेह
रोगियों
के
लिए
एक
खतरे
की
घंटी
है।
ऐसे
करें
गुड़मार
का
सेवन
अब
सवाल
यह
उठता
है
कि
इसे
कैसे
लिया
जाए।
तो
इसे
आप
कई
तरीकों
से
ले
सकते
हैं-
•
आप
चाहें
तो
हर
दिन
रोजाना
खाली
पेट
गुड़मार
की
पत्तियों
को
चबाएं।
इसके
बाद
एक
गिलास
पानी
पीकर
अपने
दिन
की
शुरूआत
करें।
•
वहीं,
गुड़मार
लिक्विड
व
पाउडर
के
रूप
में
भी
मार्केट
में
अवेलेबल
है।
आप
आयुर्वेदिक
एक्सपर्ट
की
सलाह
पर
इसका
भी
सेवन
कर
सकते
हैं।
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