इस तस्वीर को कलर एंड स्टीरियो सर्फेस इमेजिंग सिस्टम (CaSSIS) कैमरे द्वारा ExoMars Trace Gas Orbiter (TGO) पर लिया गया था। TGO, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी और रूसी अंतरिक्ष एजेंसी Roscosmos का जॉइंट वेंचर है। TGO मंगल की परिक्रमा करता है और इसके वातावरण के बारे में डेटा इकट्ठा करता है। हालिया इमेज में एसिडालिया प्लैनिटिया के उत्तरी मैदानों से जुड़ी है।
ESA की ओर से जारी बयान में इस इमेज के बारे में अहम जानकारी दी गई है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह इमेज एक गड्ढे के अंदरूनी हिस्से में जमा पानी-बर्फ हो सकती है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, मंगल ग्रह अपने स्पिन एक्सिस में बदलाव देखता रहा है। शायद इसने बर्फ को पहले की तुलना में कम ऊंचाई पर जमा होने दिया।
मंगल ग्रह की कन्सेन्ट्रिक रिंग में अजीबोगरीब विशेषताएं हैं। ESA का ध्यान भी इन पर गया है। फ्रैक्चर के अर्ध-गोलाकार (Quasi-circular) और बहुभुज (polygonal) पैटर्न ऐसी ही कुछ फिजिकल विशेषताएं हैं। ये पैटर्न और फ्रैक्चर मौसमी बदलावों की वजह से हो सकते हैं। यही बर्फ को फैलने में मदद करते हैं। इन मौसमी बदलावों का संबंध मंगल के झुकाव से भी है। लाइव साइंस की एक रिपोर्ट के अनुसार, पृथ्वी के स्पिन एक्सिस की तुलना में मंगल ग्रह अधिक बदल गया है।
मंगल की स्टडी करने के लिए TGO ने ExoMars मिशन के हिस्से के रूप में 2016 में इस लाल ग्रह की परिक्रमा शुरू की थी। इसने इस तरह की कई इमेजेस प्रदान की हैं। यह मंगल के वायुमंडल, भूविज्ञान, इतिहास समेत कई चीजों पर डेटा उपलब्ध करा रहा है। इससे पहले TGO की वजह से ही पता चला था कि मंगल ग्रह की वैलेस मेरिनेरिस Valles Marineris घाटी की सतह के नीचे पानी छुपा है। हालांकि अभी इस खोज की जांच की जा रही है।
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