एनालिस्ट फर्म Canalys ने एक रिपोर्ट में बताया है कि पिछले वर्ष देश में 16.2 करोड़ स्मार्टफोन्स की शिपमेंट हुई। यह इससे पिछले वर्ष में 14.47 करोड़ स्मार्टफोन्स की शिपमेंट से 12 प्रतिशत अधिक है। Xiaomi ने पिछले वर्ष लगभग 4.05 करोड़ यूनिट्स की शिपमेंट की और कंपनी की इस मार्केट में हिस्सेदारी लगभग 25 प्रतिशत की थी। हालांकि, Xiaomi ने कोई वार्षिक ग्रोथ दर्ज नहीं की है। इसकी शिपमेंट्स और मार्केट शेयर में इससे पिछले वर्ष की तुलना में कमी आई है। Samsung ने पिछले वर्ष लगभग पांच प्रतिशत की वार्षिक ग्रोथ हासिल की। कंपनी ने 19 प्रतिशत के मार्केट शेयर के साथ अपना दूसरा स्थान बरकरार रखा है। हालांकि, इसके मार्केट शेयर में इससे पिछले वर्ष की तुलना में एक प्रतिशत की कमी आई है।
Vivo को वार्षिक आधार पर स्मार्टफोन मार्केट की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी बनने में सफलता मिली। इसका मार्केट शेयर 16 प्रतिशत रहा। कंपंनी ने पिछले वर्ष 2.57 करोड़ यूनिट्स की शिपमेंट की। हालांकि, इसकी वार्षिक ग्रोथ में चार प्रतिशत की कमी आई है। इससे पिछले वर्ष में Vivo का मार्केट शेयर लगभग 19 प्रतिशत का था।
Realme ने पिछले वर्ष लगभग 25 प्रतिशत की ग्रोथ हासिल की है। इसकी स्मार्टफोन शिपमेंट्स बढ़कर 2.42 करोड़ यूनिट्स पर पहुंच गई। इसके मार्केट शेयर में भी बढ़ोतरी हुई है और यह 15 प्रतिशत का रहा। कंपनी को प्लानिंग और स्टॉक मैनेजमेंट में सुधार करने का फायदा मिला है। इससे अधिक बिकने वाले स्मार्टफोन्स की सप्लाई बढ़ी है। Oppo की पिछले वर्ष ग्रोथ 6 प्रतिशत की रही। कंपनी ने 2.01 करोड़ स्मार्टफोन्स की शिपमेंट की। इसका मार्केट शेयर 12 प्रतिशत का था। चाइनीज स्मार्टफोन कंपनियों ने पिछले कुछ वर्षों में देश के स्मार्टफोन मार्केट में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। इनसे Apple और Samsung जैसी बड़ी स्मार्टफोन कंपनियों को कड़ी टक्कर मिल रही है।
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