आजकल की भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल में एंग्जाइटी सबसे ज्यादा होने वाली मेंटल हेल्थ कंडीशन में से एक है. एक रिपोर्ट में तो दावा किया गया है कि ये दुनिया की लगभग 7.6 प्रतिशत आबादी को प्रभावित करती है. स्ट्रेस, घबराहट, डर और चिंता की निरंतर भावना इसकी सामान्य विशेषता है, जिससे किसी के लिए नॉर्मल तरीके से काम करना मुश्किल हो जाता है. एंग्जाइटी के मरीजों का इलाज दवा, एक्सरसाइज और सांस लेने की तकनीक आदि के जरिए किया जाता है, इसके साथ ही न्यूट्रिशन भी इसे मैनेज करने में बहुत खास भूमिका निभाता है. इंडियन एक्सप्रेस डॉटकॉम की न्यूज रिपोर्ट में जसलोक हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की डायटिशियन ज्योति भट्ट ने बताया कि “फूड हमारे अलग-अलग मूड को बैलेंस करने में अहम रोल निभाते हैं – फिर चाहे वो खुशी, उदासी, गुस्सा, डिप्रेशन या एंग्जाइटी ही क्यों ना हो. रिसर्चर्स ने कुछ खाने की चीजों और पोषक तत्वों की स्टडी की है जो ब्रेन की हेल्थ से जुड़े हो सकते हैं.”
अब, न्यूट्रिशन साइकेट्रिस्ट डॉ उमा नायडू (Dr Uma Naidoo) ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर खाने की ऐसी 9 चीजों की लिस्ट बनाई है जो आपकी एग्जाइंटी को कम करने में मदद करेंगी, जिससे आप शांत और रिलैक्स महसूस करेंगे.
सब्ज़ियां
पालक, बीट्स, ब्रोकली और अन्य ऐसी सब्जियां एंग्जाइटी को मैनेज करने में मदद करने के लिए जानी जाती हैं.
ब्लू बैरीज़
ब्लूबेरी एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन सी से भरपूर होते हैं. इसमें ऐसे मिनिरल्स होते हैं जो प्रभावी रूप से एंग्जाइटी से राहत प्रदान करते हैं.
फर्मेंटेड फूड आइटम
वेबएमडी के अनुसार, एंग्जाइटी अक्सर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षणों के साथ होती है. इसलिए, फर्मेंटेड फूड आइटम आंत की सूजन को कम करके गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं.
नट्स और बीज
नट और बीज जैसे प्रोटीन सोर्स बॉडी को अमीनो एसिड देते हैं, जो शरीर में मूड-लिफ्टिंग न्यूरोट्रांसमीटर, जैसे सेरोटोनिन में बदल जाता है.
यह भी पढ़ें-
विटामिंस और मिनरल्स से भरपूर खरबूजे के बीज सिर से लेकर पैर तक पहुंचाते हैं सेहत लाभ
फलियां
कुछ सामान्य रूप से उपलब्ध फलियों में मटर, छोले, आम बीन, सोयाबीन आदि भी एंग्जाइटी कम करने वाले फूड्स में शामिल हैं.
मछली
कई स्टडीज के अनुसार, सैल्मन (मछली) का सेवन एंग्जाइटी को काफी हद तक कम करने में कारगर माना जाता है.
साबुत अनाज
साबुत अनाज मैग्नीशियम और ट्रिप्टोफैन से भरपूर होते हैं, दोनों ही एंग्जाइटी को कम करने और मूड को बढ़ाने के लिए दिखाए गए हैं.
यह भी पढ़ें-
बुजुर्गों को ज्यादा रहता है लू लगने का डर, गर्मी में ऐसे रखें उनका ख्याल
जड़ी-बूटियां और मसाले
जड़ी-बूटियां और मसाले भी एंग्जाइटी को मैनेज करने में मदद कर सकते हैं, इनमें जीरा, अश्वगंधा, लहसुन, लैवेंडर, हल्दी, नींबू बाम और तुलसी शामिल हैं.
डार्क चॉकलेट
डार्क चॉकलेट में एपिक्टिन और कैटेचिन जैसे फ्लेवोनोल्स होते हैं. ये पौधे के यौगिक हैं जो एंटीऑक्सिडेंट के रूप में काम करते हैं, जो एंग्जाइटी को कम करने के लिए जाने जाते हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Health, Health News, Lifestyle