भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने रणजी ट्राफी के आयोजन को लेकर बड़ी जानकारी दी। धूमल ने गुरुवार को कहा कि बोर्ड रणजी ट्राफी को दो चरणों में आयोजित करने की योजना बना रहा है। देश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण बोर्ड को यह प्रथम श्रेणी प्रतियोगिता स्थगित करनी पड़ी थी।
बीसीसीआई की योजना 27 मार्च से इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का आयोजन करने की है और ऐसे में एक चरण में रणजी ट्राफी का आयोजन संभव नहीं लगता है लेकिन कई राज्य इकाईयों के आग्रह के बाद बोर्ड इसको लेकर बैठक में चर्चा की। धूमल ने बैठक के बाद पीटीआई से कहा, ‘‘हम रणजी ट्राफी के आयोजन की संभावना तलाश रहे हैं। जब इसे स्थगित किया गया तब मामले बढ़ रहे थे। अब लगता है कि मामले कम हो रहे हैं। संचालन टीम इस पर काम कर रही है कि क्या हम अगले महीने लीग चरण का आयोजन कर सकते हैं और बाकी टूर्नामेंट बाद में (आईपीएल) पूरा कर सकते हैं।’’
बैठक में बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह ने भी हिस्सा लिया। अभी की योजना के अनुसार लीग चरण का आयोजन फरवरी से मार्च तक एक महीने करने की है जबकि अगला चरण जून – जुलाई में आयोजित किया जाएगा जबकि देश के कुछ क्षेत्रों में मानसून शुरू हो जाता है जबकि कुछ हिस्सों में गर्मी अपने चरम पर होती है। धूमल ने कहा, ‘‘संचालन टीम मौसम के अलावा स्थलों की उपलब्धता और खिलाड़ियों की उपलब्धता पर भी काम करेगी। हम टूर्नामेंट के आयोजन के इच्छुक हैं और इसलिए हम खिलाड़ियों की सुरक्षा से समझौता किये बिना इसके आयोजन के लिये संभावनाएं तलाश रहे हैं।’’ महामारी के कारण पिछले सत्र में भी रणजी ट्राफी का आयोजन नहीं हो पाया था। बता दें कि रणजी ट्राफी में 38 टीम भाग लेती हैं। उसका आयोजन 13 जनवरी से किया जाना था लेकिन कोविड-19 की तीसरी लहर के कारण उसे अनिश्चितकाल के लिये स्थगित कर दिया।