कथक सम्राट के नाम से विख्यात पंडित बिरजू महाराज का आज दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। दिग्गज नर्तक के निधन से कला जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। हर कोई बिरजू महाराज के योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है।
बिरजू महाराज के निधन पर मालिनी अवस्थी ने लिखा, “आज भारतीय संगीत की लय थम गई। सुर मौन हो गए। भाव शून्य हो गए। कथक के सरताज पंडित बिरजू महाराज जी नहीं रहे। लखनऊ की ड्योढ़ी आज सूनी हो गई। कालिका बिंदादीन जी की गौरवशाली परंपरा की सुगंध विश्व भर में प्रसारित करने वाले महाराज जी अनंत में विलीन हो गए।”
सिंगर अदनान सामी ने भी बिरजू महाराज के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “महान कथक नर्तक पंडित बिरजू महाराज जी के निधन की खबर से बेहद दुखी हूं। आज हमने कला के क्षेत्र का एक अनोखा संस्थान खो दिया। उन्होंने अपनी प्रतिभा से कई पीढ़ियों को प्रभावित किया है।”
बिरजू महाराज को कथक में उनके विशेष योगदान के लिए 1983 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। बिरजू महाराज संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार और कालिदास सम्मान भी मिला था।
बिरजू महाराज ने मंच के साथ साथ फिल्मों में भी अपने हुनर के लिए वाहवाही बटोरी। बिरजू महाराज का जन्म 4 फरवरी 1938 को लखनऊ में हुआ। उन्होंने लखनऊ घराने से ही अपनी शिक्षा दीक्षा ली, बिरजू महाराज का असली नाम पंडित बृजमोहन मिश्र था।
बॉलीवुड की फिल्मों में उनके काम की बात करें तो बिरजू महाराज ने देवदास, डेढ़ इश्किया, उमराव जान और बाजी राव मस्तानी जैसी डांस आधारित फिल्मों के लिए कोरियोग्राफ किया था। सत्यजीत रे के निर्देशन में बनी मशहूर कल्ट क्लासिक फिल्म ‘शतरंज के खिलाड़ी’ में बिरजू महाराज ने म्यूजिक भी दिया था।