बदलते मौसम में बच्चों को खांसी-जुकाम की समस्या होना एक सामान्य समस्या है. सिर्फ बच्चे ही क्यों बड़े भी इन मौसमी बीमारियों की गिरफ्त में आसानी से आ जाते हैं. हालांकि बच्चों को ये बीमारियां जल्दी घेरती हैं. इसलिए आपको बचाव के तौर पर कुछ खास चीजों का ध्यान रखना चाहिए. ये सभी बातें बच्चों के डायट और ड्रेसिंग से जुड़ी हैं. साथ ही आपको तुलसी के उपयोग पर खास ध्यान देना चाहिए.
तुलसी का उपयोग
- तुलसी बहुत गुणकारी और हर्बल औषधि है बच्चों के दूध और अन्य फूड्स में इसका उपयोग जरूर करें.
- बच्चों को वही चीजें पसंद आती हैं जो खाने में टेस्टी लगती हैं. ऐसे में आप चाहकर भी छोटे बच्चों को हल्दी वाला दूध नहीं पिला सकते. इसलिए आप जब भी उनके लिए दूध तैयार करें तो इसमें दो ड्रॉप तुलसी जरूर डालें.
- यदि आप तुलसी अर्क का उपयोग नहीं करना चाहती हैं तो दूध को पकाते समय इसमें तुलसी की दो तीन पत्ती डाल सकती हैं.
इन बातों का रखें ध्यान
- बच्चों की इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए आप इनके शरीर पर हर दिन तेल मालिश जरूर करें. आप अपने पसंदीदा तेल से मालिश कर सकती हैं लेकिन सरसों तेल मालिश के लिए सबसे अच्छा होता है.
- बच्चे को मौसमी फल और सब्जिया जरूर खिलाएं. जब तक आप बच्चों को फास्ट फूड के स्वाद से इंट्रोड्यूज नहीं कराएंगी, बच्चों को इनकी आदत पड़ने से बचाया जा सकता है.
- बच्चे के दिन की शुरुआत पानी पिलाकर करें. नाश्ते में इसे दूध के साथ ड्राइफ्रूट्स भी जरूर दें. एक दिन में बच्चे को 2 से 5 बादाम नाश्ते में दिए जा सकते हैं. बच्चे की उम्र 12 साल से ज्यादा है तो आप बादाम की मात्रा 8 से 10 तक कर सकती हैं.
- बच्चे को देसी घी खाने की आदत डालें. उसकी दाल और सब्जी में गाय के देसी घी को शामिल करें. इससे उसकी सेहत और मस्तिष्क दोनों बेहतर बनेंगे. गाय का घी बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही उनके मानसिक विकास को बेहतर करता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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