Raisins Benefits for Kids: किशमिश का सेवन सिर्फ बड़ों के लिए ही फायदेमंद नहीं होता है, बल्कि इससे बच्चों को भी कई सेहत लाभ मिलते हैं. ड्राई फ्रूट्स में किशमिश (Raisins) का इस्तेमाल सबसे ज्यादा लोग करते हैं. इसका इस्तेमाल स्वीट डेजर्ट, हलवा, मिठाई, खीर, पुलाव आदि में खूब किया जाता है. अंगूर को सुखाकर बनने वाली किशमिश (Kishmish) में इतने पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो बच्चों के संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए जरूरी होते हैं. आइए जानते हैं किशमिश में मौजूद पोषक तत्वों, बच्चों को होने वाले इसके सेहत लाभ (Benefits of Raisins) के बारे में यहां…
किशमिश में मौजूद पोषक तत्व
किशमिश कई प्रकार की होती है काली, भूरी, गोल्डन और सभी का स्वाद अलग होता है. इसमें कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं जैसे कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, ऊर्जा, फाइबर, आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, थियामिन, विटामिन बी-6, सी, ई, के, जिंक, क़पर आदि. इतने पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण ही किशमिश बच्चों के लिए बहुत फायदेमंद ड्राई फ्रूट्स में से एक है.
बच्चों को किशमिश खिलाने के फायदे
इंडियापेरेंटिंग की खबर के अनुसार, बच्चों को किशमिश खिलाने के कई तरह के लाभ होते हैं. इसमें आयरन और कार्बोहाइड्रेट भरपूर होता है. किशमिश बच्चों के लिए मीठी, अनहेल्दी कैंडीज, चॉकलेट का एक हेल्दी विकल्प हो सकती है. बच्चों के लिए यह एक हेल्दी और टेस्टी स्नैक्स ऑप्शन हो सकता है. 10 से 15 किशमिश खिलाने से फाइबर, आयरन, सोडियम, फैट की पूर्ति होती है. हालांकि, इसका सेवन हर किसी को सीमित मात्रा में ही करना चाहिए, क्योंकि इसमें नेचुरल शुगर मौजूद होता है. आयरन से भरपूर होने के कारण किशमिश बच्चों के संपूर्ण विकास और एनर्जी देने में मदद करती है.
बच्चों में कब्ज की समस्या करे दूर किशमिश
यदि आपके बच्चे को कब्ज की समस्या रहती है, तो उसे किशमिश खाने के लिए दें. चूंकि, इस ड्राई फ्रूट में फाइबर भी होता है, जो कब्ज दूर करता है. आप चाहें तो एक गिलास पानी में रातभर मुट्ठी भर किशमिश को भिगोकर रख दें, सुबह उस पानी को अपने बच्चे को खाली पेट पिलाएं. इससे बाउल मूवमेंट सही होता है.
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बुखार होने पर खिलाएं बच्चे को किशमिश
अक्सर बच्चे बीमार पड़ते हैं, कभी सर्दी-खांसी, तो कभी बुखार की समस्या परेशान करती है. कमजोर इम्यूनिटी होने से ये समस्याएं अधिक होती हैं. ऐसे में उनकी इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए उन्हें किशमिश खिलाएं. किशमिश खाने से बुखार भी कम हो सकता है. बैक्टीरियल, वायरल इंफेक्शन से बचाव हो सकता है.
मस्तिष्क का होता है विकास
छोटे बच्चों को यदि आप किशमिश खिलाएंगे, तो उनकी याद करने की क्षमता बढ़ेगी. मस्तिष्क का विकास सही से होगा. दिमाग को भरपूर पोषण मिलेगा. किसी भी काम को अधिक ध्यान लगाकर करेंगे.
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बच्चों को कब खिलाना शुरू करें किशमिश
आपका बच्चा जब 8 से 10 महीने का हो जाए तो उसे किशमिश खिलाना शुरू कर सकते हैं. इसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर खिलाएं. हलवा, खीर या कोई भी मीठी चीज बना रहे हैं, तो चीनी की जगह किशमिश डाल दें. इसे अच्छी तरह से मसल दें, ताकि गले में ना फंसे. जब बच्चा ठोस चीज खाने लायक हो जाए तो उसे आप प्रतिदिन किशमिश के कुछ दाने खाने के लिए दे सकते हैं. 8 से 10 वर्ष के बच्चों को तो जरूर किशमिश खिलाएं, ताकि उन्हें पर्याप्त एनर्जी मिले. उनके शरीर में आयरन, खून की कमी ना हो.
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