सीमा सुरक्षा बल (BSF) का सीमा पर क्षेत्राधिकार बढ़ाने को लेकर पश्चिम बंगाल में विवाद जारी है। बीएसएफ को लेकर ममता बनर्जी की तिपण्णी के बाद पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता बनर्जी (Mamata Bnaerjee) पर सीमा सुरक्षा बल (BSF) और पश्चिम बंगाल पुलिस के बीच टकराव पैदा करने के आरोप लगाए हैं।
क्या कहा राज्यपाल ने?
बंगाल के राज्यपाल ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा, “सीमा सुरक्षा बल (BSF) देश की सुरक्षा के लिए काम कर रहा है। उनके अधिकार क्षेत्र के संबंध में, यह निर्णय लिया गया कि वे 50 किमी की सीमा के दायरे में काम करेंगे। फिर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 15 किमी रेंज की बात क्यों कर रही हैं? ऐसा करके वो स्थानीय पुलिस और बीएसएफ के बीच टकराव पैदा क्यों कर रही हैं?
राज्यपाल ने कहा कि ‘अंतरराष्ट्रीय सीमा वाले राज्य में आपराधिक गतिविधियों को रोकने, आतंकी गतिविधियों पर पैनी नजर रखने और तस्करी जैसे मामलों पर नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार ने बीएसएफ का क्षेत्राधिकार बढ़ाया था। इन इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए बीएसएफ और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल राष्ट्रीय सुरक्षा एक दूसरे के सहयोग के साथ काम करते हैं। इनके बीच लड़ाई या टकराव की नहीं बल्कि सौहार्द पैदा करने की आवश्यकता है।’ इस संबंधन में राज्यपाल ने ममता बनर्जी को एक पत्र भी लिखा था।
हावड़ा नगर निगम में डिवीजन बनाने को लेकर भी ममता सरकार को घेरा
इस दौरान बंगाल के राज्यपाल ने हावड़ा नगर निगम में डिवीजन बनाने को लेकर भी ममता बनर्जी पर निशान साधा। उन्होंने कहा, पश्चिम बंगाल विधानसभा ने हावड़ा नगर निगम में डिवीजन बनाने का निर्णय लिया है और मुझे इसपर अंतिम निर्णय लेना है। मैंने प्रदेश सरकार से 24 नवंबर को बिल को लेकर कुछ सवाल किए थे और उसका उत्तर अभी तक नहीं आया है।
ममता बनर्जी ने क्या निर्देश जारी किए थे?
बता दें कि ममता बनर्जी ने इससे पहले 9 दिसंबर को राज्य पुलिस को इसी संबंध में निर्देश जारी किया था। इस निर्देश में उन्होंने कहा था कि स्थानीय पुलिस बीएसएफ कर्मियों को बिना अनुमति के अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर के गांवों में प्रवेश करने की अनुमति न दे।
गौरतलब है कि पहले पश्चिम बंगाल में भी पंजाब और असं की तरह बीएसएफ को 15 किलोमीटर के दायरे में एक्शन लेने का अधिकार था । इसे केंद्र सरकार ने बढ़ाकर 50 किलोमीटर कर दिया है और ममता बनर्जी इसके समर्थन में नहीं है।