Spirulina For Health: स्पिरुलिना पोषक तत्वों का भंडार है, स्पिरुलिना में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जिनसे शरीर को फायदा पहुंचता है. इसीलिए इसे सुपरफूड भी कहा जाता है. स्पिरुलिना में भरपूर प्रोटीन, फाइबर, आयरन, विटामिन ए, विटामिन बी12, फोलिक एसिड, कॉपर और दूसरे पोषक तत्व पाए जाते हैं. करीब 100 ग्राम स्पिरुलिना में 50-60 ग्राम तक प्रोटीन होता है. इसे प्रोटीन का बेस्ट सोर्स माना जाता है.
खासतौर से मोटापा और डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए इसे दवा के जैसा माना जाने लगा है. कैंसर के खतरे को कम करने में भी इससे मदद मिलती है. हालांकि ज्यादा सेवन पर इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं. जानते हैं स्पिरुलिना में कौन-कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं.
स्पिरुलिना में पोषक तत्वों की मात्रा
करीब 1 चम्मच यानि 7 ग्राम स्पिरुलिना पाउडर में 4 ग्राम प्रोटीन, 11 प्रतिशत विटामिन-बी1, 15 प्रतिशत विटामिन-बी2 , 4 प्रतिशत विटामिन-बी3, 21 प्रतिशत कॉपर और 11 प्रतिशत आयरन होता है. इसमें 20 कैलोरी और 1.7 ग्राम हेल्दी कार्ब्स पाए जाते हैं.
1- विटामिन बी12 और फोलिक एसिड- स्पिरुलिना में काफी मात्रा में फोलिक एसिड और विटामिन बी 12 पाया जाता है. ये आपके मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र को हेल्दी और सुचारु रुप से काम करने में मदद करता है. इसके सेवन से आपका दिमाग तनावमुक्त रहता है. दिमाग को तेज करने और दूसरी समस्याओं को दूर करने में भी मदद मिलती है. मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए स्पिरुलिना फायदेमंद है.
2- एमिनो एसिड- स्पिरुलिना में सबसे ज्यादा प्रोटीन और अमीनो एसिड पाया जाता है. इससे गैस्ट्रिक और ड्यूइडनल (duodenal) अल्सर के इलाज में भी मदद मिलती है. क्लोरोफिल की अच्छी मात्रा होने की वजह से इससे पाचन अच्छा रहता है. मसल्स को मजबूत बनाने और रिपेयर करने में स्पिरुलिना बहुत मदद करता है.
3- प्रोटीन- प्रोटीन से भरपूर स्पिरुलिना को सर्वोत्तम पोषक तत्वों में गिना जाता है. शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी सभी पोषक तत्व इसमें पाए जाते हैं. जो लोग फिटनेस प्रशिक्षण लेते हैं जैसे जिमिंग करने वाले लोगों के लिए ये अच्छा प्रोटीन का सोर्स है. इससे मांसपेशियों के वजन में वृद्धि होती है. ये हेल्दी फूड ऑप्शन है.
4- एंटी-इंफ्लेमेटरी- स्पिरुलिना एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है. कई रिसर्च में ये साबित हुआ है कि स्पिरुलिना के एंटी इंफ्लेमेटरी गुण एलर्जी रायनाइटिस से लड़ने में मदद करते हैं. स्पिरुलिना हिस्टामाइन्स रिलीज़ को रोकने में मदद करता है जिससे शरीर कई तरह की एलर्जी से बच जाता है. हिस्टामाइन्स एक पदार्थ है जो एलर्जी के लिए जिम्मेदार है.
5- एंटीऑक्सिडेंट- स्पिरुलिना एक पावरफुल एंटीऑक्सिडेंट की तरह काम करता है. इससे सूजन की समस्या कम हो जाती है. ये कई तरह के वायरल संक्रमण से बचाने में भी मदद करता है. स्पिरुलिना में पाए जाने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं.
स्पिरुलिना के नुकसान (Side Effects of Spirulina)
स्पिरुलिना के फायदे बहुत सारे हैं, लेकिन ज्यादा खाने से इससे आपके शरीर को नुकसान भी हो सकता है. आमतौर जिनके स्वास्थ्य पर इसका प्रतिकूल असर पड़ता है उन्हें ये साइड इफेक्ट नज़र आ सकते हैं.
- दस्त
- एडिमा (सूजन)
- सिरदर्द
- पेट खराब होना
- पेट फूलना
- त्वचा का लाल होना
- पसीना
- मांसपेशियों में दर्द
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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