लालू प्रसाद के बिहार आने के बाद तेजप्रताप यादव देर रात अपने आवास के बाहर धरने पर बैठ गए। वे जगदानंद को पार्टी से बाहर निकालने की मांग कर रहे हैं। लालू यादव और राबडी देवी ने मौके पर पहुंचकर उनका धरना खत्म कराया।
नई दिल्ली। आज करीब तीन साल बाद बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव पटना पहुंच गए हैं। वहीं लालू यादव के बिहार पहुंचते ही तेजप्रताप यादव धरने पर बैठ गए है। दरअसल, तेजप्रताप यादव ने राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद के व्यवहार से आहत होकर पार्टी से नाता तोडऩे का ऐलान कर दिया। वहीं जगदानंद को पार्टी से बाहर निकालने की मांग को लेकर देर रात अपने आवास के बाहर धरने पर बैठ गए।
लालू और राबड़ी ने खत्म कराया धरना
इसकी जानकारी मिलते ही करीब 9:30 बजे राबड़ी देवी और लालू प्रसाद तेजप्रताप को मनाने पहुंचे। इसके बाद तेजप्रताप यादव ने अपना धरना खत्म कर दिया है। बता दें कि इस दौरान खुद को कष्ण और अपने भाई को अर्जुन बताने वाले तेजप्रताप यादव ने तेजस्वी यादव पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अगर यही रवैया रहा तो अर्जुन कभी गद्दी पर नहीं बैठ पाएंगे, वो उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनने देंगे।
दे चुके हैं महाभारत की चेतावनी
तेजप्रताप यादव ने कहा कि पिता लालू यादव के आने तक धरना जारी रहेगा। बता दें कि बीते लंबे समय से जगदानंद सिंह के साथ तेजस्वी यादव के सलाहकार संजय यादव राजद सांसद तेजप्रताप के निशाने पर हैं। इसके साथ ही वो लंबे समय से तेजस्वी से पार्टी में अपना हक मांग रह हैं और अपना हक न मिलने पर वो महाभारत की चेतावनी भी दे चुके हैं।
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वहीं राजद सुप्रीमो लालू यादव अपने दोनों बेटों के बीच किसी भी विवाद से इनकार कर रहे हैं। आज दिल्ली से पटना के लिए रवाना होते समय भी उन्होंने कहा था कि दोनों भाइयों के बीच सबकुछ ठीक है, वो दोनों अलग नहीं है बल्कि एक ही हैं। लालू यादव के दोनों बेटों के बीच मन-मुटाव की बात तो किसी से छिपी नहीं हैं, अब देखना यह होगा कि लालू की बिहार वापसी दोनों के रिश्तों को सुधारकर उन्हें साथ लाने में कितनी कारगर होती है।