केप केनवरल: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NANS) ने चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्रियों (Astronauts) को भेजने के अपने अभियान के समय को आगे बढ़ा कर इसे 2025 कर दिया है. अंतरिक्ष एजेंसी की, इससे पहले 2024 तक अंतरिक्षयात्रियों को चांद (Moon) पर भेजने की योजना थी. नासा के प्रशासक बिल नीलसन ने मंगलवार को इस अभियान में देरी को लेकर बाकायदा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एजेंसी की बात साझा की.
ब्लू ओरिजिन की चुनौती से देरी
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उनके चंद्रमा के लिए अभियान में ‘लैंडिग सिस्टम’ विकसित करने के वास्ते पर्याप्त धन मुहैया नहीं कराया. इसके अलावा जेफ बेजोस (Jeff Bejos) की रॉकेट कंपनी ‘ब्ल्यू ओरिजिन’ (Blue Origin) की ओर से कानूनी चुनौतियों के कारण भी इस मिशन में देरी हुई.
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ऐसी होगी SLS की उड़ान
नीलसन ने कहा कि नासा ने फिलहाल जो चीजें तय की हैं उनके मुताबिक अगले साल फरवरी में मून रॉकेट ‘स्पेस लॉन्च सिस्टम’ यानी एसएलएस (SLS) की पहली टेस्ट फ्लाइट (Test Flight) का लक्ष्य तय किया गया है. इस फ्लाइट में कोई भी सवार नहीं होगा. अंतरिक्ष यात्री दूसरी आर्टेमिस उड़ान में जाएंगे जो चंद्रमा से आगे उड़ान भरेगी, लेकिन चंद्रमा की सतह पर उतरेगी नहीं. चंद्रमा पर उतरने का काम 2025 तक हो पाएगा.
(भाषा इनपुट के साथ)
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