सूत्रों के मुताबिक, क्रिप्टोकरेंसी ट्रेड पर मुंबई CGST और DGGI की कार्रवाई के दौरान 70 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का पता चला है। सूत्रों ने बताया है कि DGGI कॉइनस्विच कुबेर, CoinDCX, BuyUCoin और Unocoin जैसे प्लेटफॉर्म्स की जांच कर रहा है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि ये प्लेटफॉर्म क्रिप्टो कॉइंस खरीदने और बेचने की सुविधा देते हैं। इन सर्विसेज पर 18 फीसदी जीएसटी लगता है और ये सभी प्लेटफॉर्म टैक्स देने से बचते रहे हैं।
एक और ऑफिशियल सोर्स जो इस जांच का हिस्सा नहीं था, उसने एएनआई को बताया कि ये प्लेटफॉर्म बिटकॉइन एक्सचेंज की सर्विस देने के लिए कमीशन ले रहे थे, लेकिन उस पर जीएसटी टैक्स नहीं दे रहे थे। DGGI ने इन लेनदेन को इंटरसेप्ट किया था। ये सबूत इन प्लेटफॉर्म्स के सामने रखे गए और साबित हुआ कि जीएसटी नहीं दिया जा रहा है। एएनआई के मुताबिक, जीएसटी कानूनों का उल्लंघन करने पर CBIC ने वजीरएक्स समेत बाकी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों से 70 करोड़ रुपये वसूल किए हैं।
इससे पहले शुक्रवार को वजीरएक्स से जीएसटी के मुंबई ईस्ट कमिश्नरेट ने 49.20 करोड़ रुपये वसूल किए। कमिश्नरेट ने 40.5 करोड़ रुपये की GST चोरी का पता लगाया और GST चोरी, ब्याज और जुर्माने के तौर पर बड़ी रकम वसूल की। वजीरएक्स ने खुद की क्रिप्टोकरेंसी WRX लॉन्च की, लेकिन इसमें होने वाले लेनदेन पर GST का भुगतान नहीं किया। WRX से होने वाले लेनदेन पर 18 फीसदी GST का भुगतान किया जाना था।
क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म CoinDCX के दावे के अनुसार, उनका क्रिप्टो ऐप भारत में बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी को तुरंत खरीदने की अनुमति देता है। इसके 7.5 मिलियन से अधिक यूजर्स हैं। ऐप को एक करोड़ से अधिक डाउनलोड मिले हैं। दिल्ली-एनसीआर में बेस्ड क्रिप्टो प्लेटफॉर्म BuyUcoin के भी 10 लाख से ज्यादा यूजर्स हैं। इसने 800 मिलियन डॉलर (लगभग 5,960 करोड़ रुपये) से अधिक का कारोबार किया है।