नई दिल्ली। पैरालंपिक खेलों में दो स्वर्ण पदक सहित तीन पदक जीतने वाले देवेंद्र झाझरिया को पदम भूषण जबकि टोक्यो ओलंपिक खेलों के चैंपियन नीरज चोपड़ा सहित आठ खिलाड़ियों को मंगलवार को पदमश्री सम्मान के लिये चुना गया। चालीस वर्षीय झाझरिया ने एथेंस पैरालंपिक 2004 और रियो पैरालंपिक 2016 में भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीते थे जबकि पिछले साल तोक्यो पैरालंपिक में उन्होंने रजत पदक हासिल किया था।
चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था। वह ओलंपिक में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले केवल दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं।
ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट सूबेदार नीरज चोपड़ा को परम विशिष्ट सेवा पदक
उनसे पहले बीजिंग ओलंपिक 2008 में निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने सोने का तमगा हासिल किया था। पदमश्री पाने वाले अन्य खिलाड़ियों में 20 साल की पैरा निशानेबाज अवनी लेखारा, पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद भगत और पैरा भाला फेंक एथलीट सुमित अंतिल भी शामिल हैं।
मार्शल आर्ट के एक स्वरूप कलारीपयट्टू की कला में माहिर 93 वर्षीय शंकरनारायण मेनन चुंडाइल, पूर्व अंतरराष्ट्रीय मार्शल आर्ट्स चैंपियन फैजल अली दार, भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान 67 वर्षीय ब्रहमानंद संकवालकर और महिला हॉकी खिलाड़ी 29 वर्षीय वंदना कटारिया को भी पदमश्री सम्मान के लिये चुना गया है।
भारत के राष्ट्रपति हर साल मार्च-अप्रैल में राष्ट्रपति भवन में औपचारिक पुरस्कार समारोह में पदम पुरस्कार प्रदान करते हैं।