Highlights
- जैसे क्रिकेट की दूसरी पारी होती है वैसे ही, अल्लाह ने मुझे दूसरा जीवन दिया है- आबिद
- पीसीबी की मेडिकल टीम ने आबिद के लिए एक रिहैबिलिटेशन योजना तैयार की है जो खेल में उनकी वापसी में मदद कर सके
- क्रिकेट मेरी जिंदगी है, यह मेरे जीवन का एक अनमोल पहलू है जिसे मैं छोड़ना नहीं चाहता- आबिद अली
पाकिस्तान के बल्लेबाज आबिद अली ने ‘एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम (ह्रदय की धमनी से जुड़ी बीमारी)’ से उबरने को ‘दूसरी जिंदगी मिलने जैसा’ करार देते हुए कहा कि वह क्रिकेट में वापसी को बेकरार है। आबिद ने पाकिस्तान के ‘नेशनल हाई परफार्मेंस सेंटर’ में अपना रिहैबिलिटेशन शुरू किया है। कायद-ए-आजम ट्रॉफी में बल्लेबाजी करते हुए सीने में दर्द की शिकायत के बाद 34 वर्षीय खिलाड़ी को ‘एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम’ से ग्रसित होने का पता चला था।
टीम के डॉक्टर उन्हें स्थानीय अस्पताल ले गए जहां उनकी ‘एंजियोप्लास्टी’ हुई। आबिद ने ‘पीसीबी (पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड) डिजिटल’ से कहा, “जैसे क्रिकेट की दूसरी पारी होती है वैसे ही, अल्लाह ने मुझे दूसरा जीवन दिया है।”
उन्होंने कहा, “मुझे बल्लेबाजी करते समय बेचैनी और सीने में दर्द महसूस होने लगा।जब दर्द तेज हो गया, तो मैंने अपने बल्लेबाजी साथी अजहर अली से भी सलाह ली। इसके बाद अंपायरों की अनुमति से मैंने मैदान के बाहर जाने लगा। लेकिन बाउंड्री के पास पहुंचते हुए मुझे उल्टी होने लगी और चक्कर आने लगे। टीम के फिजियो और डॉक्टर असद (मध्य पंजाब की टीम के डॉक्टर) दौड़कर मेरी ओर आये और तुरंत मुझे अस्पताल ले गए।”
उन्होंने कहा, “चिकित्सकों ने मेरा ईसीजी (इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम) किया, जो ठीक नहीं निकला। उन्होंने बताया कि सामान्य व्यक्ति का हृदय 55 प्रतिशत पर काम करता है, जबकि मेरा सिर्फ 30 प्रतिशत काम कर रहा था। मेरे हृदय का एक वाल्व अवरुद्ध हो गया था।”
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पीसीबी की मेडिकल टीम ने आबिद के लिए एक रिहैबिलिटेशन योजना तैयार की है जो खेल में उनकी वापसी में मदद कर सके। उन्होंने कहा, “क्रिकेट मेरी जिंदगी है। यह मेरे जीवन का एक अनमोल पहलू है जिसे मैं छोड़ना नहीं चाहता। मैं जितनी जल्दी हो सके क्रिकेट में वापसी करने की कोशिश कर रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि मैं जल्द वापसी करूंगा।”