Highlights
- दिल्ली कैपिटल्स के ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर को हुआ कोरोना
- फ्रेंचाइजी ने रद्द की पुणे की यात्रा
- निगेटिव खिलाड़ियों को मंगलवार को किया जाएगा रवाना
दिल्ली कैपिटल्स के एक विदेशी खिलाड़ी की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के कारण फ्रेंचाइजी को अपनी पुणे की यात्रा को रद्द करना पड़ा है। गौरतलब है कि यहां दिल्ली को पंजाब किंग्स के खिलाफ बुधवार (20 अप्रैल) को अपना अगला मुकाबला खेलना है। खबर के मुताबिक ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर के अंदर कोरोना के कुछ लक्षण दिखे थे। जिसके बाद रैपिड एंटीजन टेस्ट किया गया और वह पॉजिटिव भी पाए गए।
बीसीसीआई के एक सूत्र ने बताया कि,”दिल्ली कैपिटल्स की टीम को सोमवार के दिन पुणे जाना था लेकिन टीम के सभी सदस्यों को सुबह बोला गया कि सभी अपने-अपने कमरों में रहें। इसके बाद कोविड प्रोटोकोल के तहत उस खिलाड़ी का आरटीपीसीआर टेस्ट किया गया। जिससे यह पता लगाया जाएगा कि यह कोरोना की कैंप में एंट्री है या फिर पैट्रिक फरहार्ट की तरह आईसोलेशन का ही केस है।”
वहीं जानकारी के मुताबिक यह भी पता चला कि सपोर्ट स्टाफ के एक अन्य व्यक्ति में भी कुछ लक्षण दिखे हैं। हालांकि अभी आरटीपीसीआर की रिपोर्ट का इंतजार है। सूत्र ने आगे बताया कि,”पुणे के कॉनरेड होटल में सभी टीमें रुकी हैं और वहीं बीसीसीआई द्वारा बायो-बबल बनाया गया है। उन्हें (दिल्ली कैपिटल्स) भी जाना था लेकिन अभी फिलहाल यह टल गया है। टेस्ट के बाद जिसकी भी रिपोर्ट निगेटिव आती है वह कल (मंगलवार) को पुणे रवाना हो जाएंगे।”
IPL पर कोरोना का साया! दिल्ली कैपिटल्स के खेमे में मची खलबली, फिजियो के बाद खिलाड़ी भी पॉजिटिव?
गौरतलब है कि हाल ही में पिछले हफ्ते टीम के फिजियो की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। दिल्ली कैपिटल्स के एक सूत्र ने भी बताया कि,”हमें आज पुणे के लिए निकलना था लेकिन सुबह ही हमें अगले आदेश तक अपने कमरों में रहने के लिए कहा गया।” आईपीएल बायो-बबल के बाहर देश में भी कई जगहों पर एक बार फिर से कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। इसी कारण भारतीय टी20 लीग पर एक बार फिर कोरोना का खतरा बढ़ गया है।
इससे पहले आईपीएल 2021 में भी इसी तरह कोरोना के कारण खलल पड़ गई थी। बीच सीजन में भारत में आयोजित किए जा रहे आईपीएल 14 को रोकना पड़ा था। इसके बाद सितंबर-अक्टूबर में लीग का दूसरा चरण यूएई में आयोजित किया गया था। जहां बिना किसी बाधा के यह लीग संपन्न हुई थी। आईपीएल 2020 का भी पूरा सत्र यूएई में ही आयोजित हुआ था।