Herbs which fight Stress and Anxiety: जब से कोरोना महामारी (Corona Pandemic) की शुरुआत हुई है, अधिकतर लोगों में तनाव, चिंता, डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याओं के होने का जोखिम बढ़ा है. किसी को कोरोना से संक्रमित होने का टेंशन है, तो किसी की नौकरी जाने, बच्चों की पढ़ाई की चिंता है. सारा दिन घर-ऑफिस के कामों के बीच फंसकर भी लोगों में तनाव (Stress), एंग्जायटी की समस्या बढ़ रही है. वर्क प्रेशर हो या कोई दूसरी शारीरिक, मानसिक या भावनात्मक समस्या, ये सभी चीजें स्ट्रेस, एंग्जायटी को ट्रिगर करती हैं. कुछ लोग तनाव और चिंता को दूर करने के लिए खुद से ही दवाएं लेना शुरू कर देते हैं, ताकि दिमाग को शांत कर सकें. लेकिन इस तरह की दवाओं का सेवन आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं. यदि आपको तनाव, चिंता की समस्या है, तो आप नेचुरल तरीकों से भी इनसे पीछा छुड़ा सकते हैं. कुछ ऐसी प्राकृतिक जड़ी-बूटियां (Herbs) हैं, जो स्ट्रेस और एंग्जायटी को कम करने में मदद करती हैं. इनके सेवन से सेहत को कोई नकुसान भी नहीं होता है. आशा आयुर्वेदिक सेंटर (राजौरी गार्डन, नई दिल्ली) की सीनियर आयुर्वेद कंसलटेंट डॉ. चंचल शर्मा बता रही हैं कुछ ऐसे ही नेचुरल हर्ब्स के बारे में जो स्ट्रेस, एंग्जायटी को करती हैं दूर…
शंखपुष्पी है बेहतरीन ब्रेन टॉनिक
शंखपुष्पी हर्ब नर्वस सिस्टम को बूस्ट करता है. पेट साफ करता है, कब्ज की समस्या दूर करता है. इसे एक बेहतरीन ब्रेन टॉमिक कहा गया है. यह किसी भी नर्व को हील करता है, रिजुवनेट करता है. इसे आयुर्वेद में रोपण कहा जाता है. स्ट्रेस के कारण कई बार लोगों के बाल भी बहुत गिरते हैं. ऐसे में शंखपुष्पी के सेवन से हेयर फॉल कंट्रोल में रहता है.
जटामासी दिमाग करे शांत
जटामासी हर्ब स्ट्रेस की वजह से होने वाली नींद की समस्या को दूर करता है. यह टैबलेट, पाउडर फॉर्म में उपब्लध होता है. ब्रेन फंक्शन को सुचारू बनाए रखता है. ब्रेन सेल्स में होने वाले क्षति को रिकवर करता है. ऐसे इसलिए, क्योंकि इसमें एंटीऑक्सी़डेंट प्रॉपर्टीज मौजूद होते हैं. यह एंग्जायटी, इन्सोम्निया को मैनेज करता है, दिमाग को शांत करता है.
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अश्वगंधा से पाएं स्ट्रेस से छुटकारा
अश्वगंधा एक बेहतरीन आयुर्वेदिक मेडिसिन है, जिसका इस्तेमाल कई रोगों को दूर करने के लिए किया जाता है. इसकी जड़ों का इस्तेमाल अधिक किया जाता है. इसे अश्वगंधा मूल कहते हैं. इसकी जड़ों को पाउडर फॉर्म में ले सकते हैं. इसे शीरपाक के रूप में सेवन कर सकते हैं. शीरपाक को दूध में तैयार करते हैं जैसे 4 गिलास दूध में अश्वगंधा डालकर पकाएं और जब यह आधा गिलास बच जाए तो छानकर पिएं. यह स्ट्रेस के कारण बढ़ने वाले ब्लड प्रेशर को कम करता है. इम्यूनिटी को बूस्ट करता है. ब्रेन और नर्व सेल्स में होने वाली सूजन को दूर करता है. स्ट्रेस और एंग्जायटी रिलीज करने के लिए इसे बेहतर हर्ब माना गया है. यह मानसिक और शारीरिक सेहत को बनाए रखता है. ज्वाइंट्स पेन, कमजोरी, थकान, मांसपेशियों में दर्द की समस्या है, तो इसका सेवन करें. मस्तिष्क में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करता है.
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ब्राह्मी स्ट्रेस, एंग्जायटी में है कारगर
ब्राह्मी एक बेहद ही हेल्दी हर्ब है, जो कई तरह की शारीरिक समस्याओं जैसे स्ट्रेस, चिंता, अल्जाइमर डिजीज, अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर आदि से बचाता है. मेमोरी पावर बूस्ट करता है. स्ट्रेस फाइट करने में मदद करता है. ब्राह्मी का सेवन आप किसी एक्सपर्ट की सलाह पर ही करें. यह मार्केट में ब्राह्मी टैबलेट, सिरप, घृत, चूर्ण फॉर्म में उपल्बध होता है. आपकी समस्या और प्रकृति को विश्लेषण करके डॉक्टर बताते हैं कि किस फॉर्म में आप इसका सेवन कर सकते हैं. कुछ लोगों को एंग्जायटी के कारण बहुत ज्यादा पित्त बनता है, उस स्थिति में ब्राह्मी को घृत के फॉर्म में ले सकते हैं. साथ ही मेमोरी बूस्ट करने, बीपी और स्ट्रेस कंट्रोल करने के लिए सिरप या टैबलेट फॉर्म में ले सकते हैं.
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