डाइटिंग करने वालों के लिए सबसे मुश्किल यही होता है कि नाश्ता क्या करें, वेट लॉस के समय नाश्ता अहम रोल निभाता है जिसमे डाइटीशियन ऐसी चीजों का खाने की सलाह देते हैं, जो सारे न्यूट्रीयन्स से भरपूर हो और वेट लॉस भी करे. कोई कहता है दलिया खाओ कोई सलाह देता है की सिर्फ ओट्स खाओ तो हमे समझ नहीं आता कि ओट्स खाएं या दलिया क्योंकि दोनों को ही वजन कम करने के लिए बेहतर माना जाता है, तो आपके इस कंफ्यूजन हम दूर कर देते हैं कि आप नाश्ते में दलिया खाएं या ओट्स.
दलिया-
ओट्स के प्रचलन में आने से पहले दलिया ही ज्यादातर खाया जाता था. गेहूं को बारीक करके बनने वाला दलिया कई तरह से बनाया जा सकता है. इसमें गाजर, मटर और मूंगफली डालकर उपमा बनाया जा सकता है. दाल के साथ मिलाकर पकाया जा सकता है. इसमें फोलेट, कॉपर, मैग्नीज और आयरन अच्छी मात्रा में होता है. अलग अलग तरह से बनने की वजह से ये स्वादिष्ट भी लगता है.
फायदे
दलिया में फाइबर बहुत अच्छी मात्रा में होते हैं. दाल के साथ मिक्स होकर बनने से प्रोटीन की खुराक भी मिल जाती है. इसमें कैलोरीज बहुत कम होती है. जिसकी वजह से वेटलॉस के ख्वाहिशमंदों की मेहनत पर पानी भी नहीं फेरता.
ओट्स-
ओट्स एक किस्म का होल ग्रेन है. जिसमें कार्बोहाइड्रेट और फाइबर समेत कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं. ओट्स बनाना भी बहुत ही आसान है. सिर्फ पानी और नमक के साथ उबलते पानी में ओट्स डालकर आप इसे पका सकते हैं. थोड़ा ज्यादा करने की गुंजाइश हो तो पानी में सब्जियां डालकर उबालें इसी में ओट्स मिक्स कर सकते हैं. कुछ फल और बादाम मिलाकर इसे मीठा भी बनाया जा सकता है.
फायदे
ओट्स में कैलोरी और फैट्स की मात्रा बहुत कम पाई जाती है. जिससे ये वजन घटाने में कारगर होता है. ओट्स खाने के बाद काफी समय तक भूख भी नहीं लगती. जिसकी वजह से लंच में भी हेवी खाने से बच जाते हैं.
दोनों ही सेहत के लिए फायदेमन्द है
ओट्स और दलिया दोनों के न्यूट्रिशन को कंपेयर करें तो कोई किसी से कम नजर नहीं आता. दोनों ही वेट लॉस के लिहाज से बेहतर फूड हैं. इसलिए, दलिया या ओट्स आप जिसे भी अपने ब्रेकफास्ट का हिस्सा बनाना चाहें बना सकते हैं. तो अब आप नाश्ते में दलिया या ओट्स कुछ भी कहा सकती हैं.
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