थॉयराइड
की
दवाएं
कब
लेनी
चाहिए?
अगर
किसी
व्यक्ति
का
लगातार
वजन
बढ़
रहा
है
या
फिर
बिना
किसी
वजह
के
घट
रहा
है।
इसके
अलावा,
अगर
थॉयराइड
से
संबंधित
कोई
लक्षण
नजर
आ
रहे
हैं।
तो
इसका
टेस्ट
करवाना
चाहिए।
अगर
टेस्ट
में
हाइपरथायरायडिज्म
या
हाइपोथायरायडिज्म
डिटेक्ट
हो
जाता
है,
तो
ऐसे
में
अपने
चिकित्सक
से
संपर्क
करना
चाहिए
और
फिर
उनकी
सलाह
पर
थायरॉयड
की
दवाएं
शुरू
कर
देनी
चाहिए।
हाइपोथायरायडिज्म
होने
पर
अमूमन
थायरोक्सिन
नामक
दवाई
का
सेवन
करने
की
सलाह
दी
जाती
है।
हाइपोथायरायडिज्म
और
हाइपरथायरायडिज्म
क्या
है?
बता
दे
हाइपोथायरायडिज्म
या
अंडरएक्टिव
थायराइड
एक
ऐसी
स्थिति
है
जिसमें
थायरॉयड
ग्रंथि
शरीर
के
लिए
महत्वपूर्ण
कुछ
महत्वपूर्ण
हार्मोन
का
उत्पादन
करने
में
विफल
रहता
है।
दूसरी
ओर,
हाइपरथायरायडिज्म
एक
ऐसी
बीमारी
है
जो
तब
होती
है
जब
थायरॉयड
ग्रंथि
अधिक
मात्रा
में
थायराइड
हार्मोन
का
उत्पादन
करती
है।
इसलिए
इसे
ओवरएक्टिव
थायराइड
भी
कहा
जाता
है।
थायरॉइड
दवाएं
लेने
का
कोई
सही
समय
है?
थायरॉइड
दवाई
लेने
का
अपना
एक
तरीका
होता
है।
आमतौर
पर,
इन
दवाओं
का
सेवन
सुबह
खाली
पेट
किया
जाना
चाहिए।
यदि
इसे
भोजन
के
बाद
या
भोजन
के
साथ
लिया
जाता
है,
तो
दवाएं
ठीक
से
अवशोषित
नहीं
होंगी,
जिससे
दवाई
लेने
के
बाद
भी
आपको
कोई
लाभ
नहीं
होगा।
इतना
ही
नहीं,
थायरॉइड
की
दवा
लेने
के
बाद
कम
से
कम
आधे
से
एक
घंटे
तक
कुछ
भी
नहीं
खाना
चाहिए।
वहीं,
हाइपोथायरायडिज्म
पीड़ित
कोई
व्यक्ति
यदि
सुबह
खाली
पेट
थायरोक्सिन
की
पूरी
खुराक
लेता
है,
तो
उसे
धड़कन
हो
सकती
है।
इस
स्थिति
में
दवा
को
दो
खुराक
में
विभाजित
किया
जा
सकता
है।
एक
सुबह
खाली
पेट
और
सोने
से
पहले।
वहीं,
अगर
कोई
व्यक्ति
दवा
लेने
से
चूक
जाता
है,
तो
वे
भोजन
के
2-2:30
घंटे
बाद
इसे
ले
सकते
हैं।
और
अगर
कोई
व्यक्ति
सप्लीमेंट
ले
रहा
है,
तो
कम
से
कम
3
घंटे
का
अंतराल
होना
चाहिए।
थायरॉइड
की
दवा
लेते
समय
किन
बातों
का
ध्यान
रखना
चाहिए?
थायरॉयड
दवाओं
के
सेवन
के
बाद
कम
से
कम
एक
घंटे
के
लिए
चाय
या
कॉफी
का
सेवन
नहीं
करना
चाहिए।
वहीं,
तीन
घंटे
के
भीतर
उच्च
कैल्शियम
वाले
खाद्य
पदार्थों
को
भी
खाने
से
बचना
चाहिए।
आप
स्प्राउट्स,
गोभी,
फूलगोभी,
मक्का,
सरसों
का
साग,
पालक,
शकरकंद
और
कुछ
फलों
जैसे
स्ट्रॉबेरी,
आड़ू
और
अलसी
और
मूंगफली
आदि
खाद्य
पदार्थों
से
भी
बचें।
जो
लोग
थायराइड
की
दवाएं
ले
रहे
हैं,
उन्हें
इसे
खाद्य
पदार्थों,
आयरन
और
कैल्शियम
जैसे
सप्लीमेंट
या
अन्य
दवाओं
के
साथ
नहीं
लेना
चाहिए,
क्योंकि
यह
सिंथेटिक
थायराइड
हार्मोन
के
अवशोषण
में
बाधा
उत्पन्न
करता
है।
fbq('track', 'PageView');
Source link