Tuesday, January 25, 2022
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तेजी से पसर रहा बीमारियों का खतरा, ओमिक्रोन और पॉल्यूशन से अपने फेफड़ों का कैसे रखें ख्याल ?


Air Pollution: कोरोना वैरिएंट ओमिक्रॉन और वायु प्रदूषण का मेल संक्रमित लोगों के लिए भारी मुसीबत का कारण बन सकता है. ओमिक्रॉन के मामले में केवल माइल्ड कैटेगरी में संक्रमित मरीजों पर वायु प्रदूषण का असर उन्हें गंभीर स्तर पर बीमार कर सकता है. इस समय दिल्ली सहित देश के अनेक इलाकों में मौसम खराब बना हुआ है, जिसमें लोगों को सर्दी-खांसी जैसी सामान्य बीमारियां होती हैं. इसमें ओमिक्रॉन संक्रमण के ज्यादा तेजी के साथ फैलने की संभावना बढ़ जाती है. विशेषज्ञों की राय है कि इस दौरान मास्क पहनने, किसी समारोह में न जाने और शारीरिक दूरी बनाए रखने जैसे नियमों का पालन करते रहना चाहिए. संक्रमण से बचने का सबसे कारगर तरीका यही हो सकता है. 

गले पर हमला करता है ओमिक्रॉन और प्रदूषण 
लेकिन इसी दौरान दिल्ली और आसपास के इलाकों का मौसम खराब बना हुआ है और वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर बनी हुई है. वायु प्रदूषण सीधे फेफड़ों को प्रभावित करता है. ऐसे में जिन मरीजों को वायु प्रदूषण और ओमिक्रॉन दोनों का आक्रमण झेलना पड़ेगा, उनकी स्थिति ज्यादा गंभीर बन सकती है.  इसीलिए विशेषज्ञों की सलाह है कि इस दौरान बाहर निकलने से जितना संभव हो, बचना ही बेहतर होगा.

आखिर क्यों प्रदूषण के कारण बढ़ रहा है कोरोना (Covid-19)
प्रदूषण के कारण हवा और भी ज्यादा जहरीली हो जाती है. ऐसे में समय में एयर बॉर्न डिजीज के वायरस लंबे समय तक हवा में रहते हैं. वहीं अगर प्रदूषण के साथ-साथ आपको कोविड-19 हो गया तो आपके शरीर को ज्यादा नुकसान पहुंचाता है.प्रदूषण और कोविड-19 मिलने से आपके शरीर में ज्यादा समस्याएं बढ़ेंगी.

प्रदूषण से हो सकते हैं सेल्स डैमेज
 प्रदूषण वैसे भी हमारे शरीर के लिए अच्छा नहीं है. अगर आपको पहले से ही कोई बीमारी है तो प्रदूषण से सेल्स को भी खतरा पहुंच सकता है. वहीं अगर कोविड-19 के साथ-साथ प्रदूषण की चपेट में भी आप हैं तो आपके शरीर को इस इन्फेक्शन से लड़ने के लिए व्हाइट ब्लड सेल्स बनाने में काफी समय लग जाएगा जो खतरनाक साबित हो सकता है.

सांस संबंधित बीमारियों का खतरा
प्रदूषण के बढ़ने से वैसे भी सांस संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ता है. वहीं कोविड-19 का वायरस भी सांस लेने में तकलीफ पैदा करता है और सीधे फेफड़ों पर असर करता है. प्रदूषण का स्तर बढ़ने से फेफड़ों और छाती में ब्लॉकेज की समस्या पैदा हो जाती है. ऐसे में अगर कोविड-19 भी हो गया तो ये जानलेवा साबित हो सकता है.

ये भी पढ़ें: Omicron Symptoms: खांसी-जुकाम और बुखार से हटकर ओमिक्रोन के ये हैं हैरान करने वाले लक्षण, इनसे रहें बचकर

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

 

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