Divorce Relationship Tips : तलाक का दर्द किसी को भी तोड़ सकता है, भले ही वह साधारण मध्यमवर्गीय इंसान हो या फिर सुपरस्टार हो. ऐसे में एक रिपोट्स की मानें तो एक्ट्रेस समांथा अक्किनेनी उसी घर में रहने जा रही हैं जहां शादी के बाद समांथा अक्किनेनी और नागा चैतन्य एक साथ रहते थे. समांथा अक्किनेनी और नागा चैतन्य एक आइडल कपल हुआ करते थे. यही वजह है कि उनके तलाक के फैसले ने सबको चौंका दिया है. सबके मन में सिर्फ एक ही सवाल हैं कि आखिर ये अलग क्यों हो रहे हैं ? वहीं रिपोट्स की मानें तो एक्ट्रेस को नागा से 200 करोड़ की ऐलमोनी का प्रस्ताव दिया गया था, जिसे समांथा ने ठुकरा दिया लेकिन अब घर से जुड़ी एक खबरें आ रही है कि जिस घर में शादी के बाद समांथा अक्किनेनी और नागा चैतन्य ने शिफ्ट हुए थे अब उस घर में समांथा रहने वाली हैं. ऐसे में इस बंगले की कीमत भले ही करोंड़ों में हो लेकिन तलाक के बाद उसी घर में रहना समांथा अक्किनेनी के लिए इतना आसान नहीं होगा. जहां उन्होंने अपनी जिंदगी के हर एक पल नागा चैतन्य के साथ गुजारे थे. उस घर में अपनी शादीशुदा जिंदगी की शुरुआत की थी.
कल को भूलना होता है मुश्किल
अक्सर तलाक के बाद लोग मुड़ मुड़ कर अपना अतीत देखते हैं. पुरानी बातें याद करते हैं और दुखी होते हैं. उन लम्हों की यादों में गुम रहते हैं जब पार्टनर आप के बहुत करीब था या फिर वे लम्हे जब उस ने आप का दिल तोड़ा हो. ऐसे में उसी घर में रहकर कल को भूलना मुश्किल हो सकता है.
शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव
तलाक से गुजरना बेहद चुनौतीपूर्ण है और अब एक नए अध्ययन से भी पता चलता है कि यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है. ऐसे में उसी घर में रहने का फैसला भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल सकता है और यह प्रभाव नकारात्मक हो सकता है.
घर के हर कोने से जुड़ी रहती हैं यादें
जिस घर में आपने अपने कई वर्ष बिताएं हों उस घर के हर कोने से याद जुड़ जाती है. ऐसे में उसी घर में रहकर किसी को भूलना कितना मुश्किल हो सकता है. प्यार के हर वे लम्हें आपको याद आएंगी. जिस डिनर टेबल पर आप साथ में लंच या डिनर करते थे अब वहां अकेले लंच या डिनर करना पड़ेगा. ऐसे में अपने पार्टनर के साथ बिताए लम्हे याद आएंगे. ये सब चीजें भावनात्मक रूप से काफी प्रभावित करती हैं.
मूव ऑन करने में आती है परेशानी
किसी पार्टनर के बिछड़ जाने के बाद उसकी यादों के साथ उसी घर में रहना काफी दुखदाई होता है. यह यादें उन्हें अपने पार्टनर को भूलने नहीं देती हैं. अक्सर बिताएं वह लम्हे जिसे लोग सहेज कर रखते हैं. वह लम्हें उन्हें सोने नहीं देती है. ऐसे में पार्टनर को मूवऑन करने में दिक्कतें आती हैं. ऐसे में उन्हें उस घर में अकेले रहने की आदत डालने में काफी लंबा समय लग जाता है और इस दौरान उन्हें खुद के ही इमोशन्स से काफी मजबूती से लड़ना भी पड़ता है.
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