अगर आपको भी कभी-कभार पेट फूलन या पेट में भारीपन होने की समस्या होती है, तो ये सामान्य बात है. क्योंकि अक्सर ऐसा नींद पूरी ना होने, भूख से ज्यादा खा लेने या फिर कुछ हैवी खा लेने की वजह से हो जाता है. लेकिन अगर आपको कुछ भी खाते के साथ ही ऐसी समस्या से दो-चार होना पड़ता हो, तो इसे हल्के में ना लें. क्योंकि ये पेट के साथ ही शरीर की अन्य गड़बड़ियों की वजह से भी हो सकती है. इसे ब्लोटिंग (Bloating) कहते हैं. कुछ लोग ब्लोटिंग की समस्या से अक्सर परेशान रहते हैं. ब्लोटिंग का मतलब होता है पेट और आंतों में गैस बनना. ब्लोटिंग होने से पेट फूला हुआ रहता है. यह किसी बीमारी के कारण नहीं होता है, आमतौर पर इसकी सबसे बड़ी वजह फूड एलर्जी माना जाता है. लेकिन ये ही ब्लोटिंग का एकमात्र कारण नहीं है, बल्कि नॉन डाइट्री ट्रिगर भी ब्लोटिंग की एक वजह हो सकती है. इसके अलावा ये कार्बोनेटेड पेय पदार्थ के सेवन, अधिक भोजन करने, पीरियड्स, कब्ज आदि के कारण भी हो सकती है.
स्टमक ब्लोटिंग (stomach bloating) के टाइम पेट सामान्य आकार से बड़ा हो जाता है. ये बहुत ही परेशान करने वाली स्थिति होती है. पेट में भारीपन और खिंचाव महसूस हो सकता है. पेट अंदर की तरफ से बहुत सख्त हो सकता है और गैस की समस्या भी हो सकती है. इसके अलवा इन तीन कारणों से भी ब्लोटिंग की समस्या होती है.
टेंशन और ब्लोटिंग का लिंक
हमारा ब्रेन और बॉडी दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए हैं. ब्रेन की भाषा बॉडी बहुत अच्छी तरह से समझती है. स्ट्रेस और एंग्जाइटी हमारे ब्रीदिंग पैटर्न और डाइजेस्टिव सिस्टम के साथ तालमेल में अवरोध पैदा करती है. एंग्जाइटी की वजह से हम अपने अंदर ज्यादा हवा ले लेते हैं, जो पेट में जमा हो जाती है और ब्लोटिंग को बढ़ावा देती है.
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खराब पॉश्चर
खाना खाते समय झुककर नहीं बैठना चाहिए, बल्कि सीधे बैठना चाहिए. खाने के दौरान झुककर बैठने से पेट में ज्यादा हवा जाती है, जो ब्लोटिंग को बढ़ावा देती है. इसलिए पाचन क्रिया को सही रखने के लिए खाना खाते हुए सीधे बैठें, खाने के बाद सीधे लेटने से बचें और हो सके तो हल्की फुल्की 10 मिनट की वॉक कर लें.
सेहत पर ध्यान दें
खाने में अनाज और दालों के साथ सब्जी और फलों जैसे हेल्दी और घुलनशील फाइबर लें, जो पेट के स्वास्थ्य के लिए जरूरी होते हैं. ज्यादा भोजन से बचें, क्योंकि इसे पचाने में पेट को परेशानी होती है. अपनी मील्स यानी डाइट को छोटे-छोटे हिस्सों में बांट लें. दही जैसे नेचुरल प्रोबायोटिक्स को डाइट में शामिल करें.
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पेट फूलने की समस्या
– खान-पान का ठीक ना होना
– खाने को ठीक प्रकार से चबाकर ना खाना
– ज्यादा ऑयली और मसालेदार खाना खाना
– खाने में कार्बोहाइड्रेट्स का ज्यादा यूज करना
– लंबे समय तक तनाव या डिप्रेशन में रहना
– ज्यादा प्रदूषण वाली जगह में रहना
– शरीर में ऑक्सीजन की कमी होना
– लंबे समय से दवाओं का उपयोग करना
– कोई गंभीर रोग शरीर में पनपने का संकेत
आजमाएं घरेलू नुस्खे
– खाना खाते ही पेट फूलने की समस्या से बचने के लिए आप खाना खाने के तुरंत बाद 1/4 चम्मच अजवाइन को हल्के गुनगुने पानी से निगल लें. आपका पेट भी हल्का रहेगा और गैस भी नहीं बनेगी.
– खाने के तुरंत बाद हरे पुदीने के 4 से 5 पत्ते लेकर इन्हें एक चुटकी काले नमक के साथ चबाकर खा लें. इसके बाद जरूरी हो तो सिर्फ 1 से 2 घूंट गर्म पानी पिएं. आपको फायदा होगा.
– खाना खाने के कुछ देर बाद हरी इलाइची खाने से भी लाभ मिलता है. आप हरी इलायची को मुंह में रखकर टॉफी की तरह चूसकर और चबाकर खाएं.
– हरड़ खाने से पेट में गैस बनने की समस्या में आराम मिलता है. आपको मेडिकल स्टोर पर हरड़ की टेबलेट्स मिल जाएंगी.(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
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